भीलवाड़ा. चीन के बाद अब भारत में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस HMPV अपना कहर बरपा रहा है. यह वायरस कोरोना की तरह ही लक्षण वाले मरीजों को अपनी चपेट में लेता है. इसमें कम इम्यून सिस्टम वाले लोग जैसे बुजुर्ग व 2 साल से कम उम्र वाले लोग चपेट में आ रहे हैं. इस वायरस के सामने आते ही भीलवाड़ा का विभाग हाई अलर्ट मोड पर आ चुका है.
बारीकी से की जा रही मॉनिटरिंग
चिकित्सा विभाग द्वारा आमजन से भी अपील की जा रही है कि इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है. अगर किसी व्यक्ति में लक्षण दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सा विभाग को सूचना दें. इसको लेकर चिकित्सा विभाग ने अपना एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है. विभाग द्वारा इसकी बारीकी से मॉनिटरिंग की जा रही है. आईए जानते हैं कि एक्सपर्ट्स की जुबानी की आखिर यह वायरस क्या है और इसके लक्षण और बचाव क्या हैं?
भीलवाड़ा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सी पी गोस्वामी ने लोकल 18 से खास बात करते हुए बताया कि इस नए वायरस का नाम ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) है. इस वायरस के केस देश के अलग-अलग हिस्सों में रिपोर्ट हो रहे हैं अभी तक वर्तमान में कुल 8 केस रिपोर्ट हुए हैं यह वाइरस दो साल से कम उम्र वाले बच्चों को प्रभावित कर रहा है और इसकी चपेट में 2 साल से कम उम्र के बच्चे आ रहे हैं इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है इस वायरस का इलाज संभव है अब तक इस वायरस की वजह से किसी मरीज की मौत रिपोर्ट नहीं हुई है. अभी तक जो रिपोर्ट केस दर्ज किए गए हैं वह सभी छोटे बच्चों में किए गए हैं छोटे बच्चों की इम्यूनिटी बहुत कम होती है जिसकी वजह से यह है प्रभावित करता है.
कम इम्यूनिटी वाले लोगों को करना हैं प्रभावित
सीएमएचओ डॉ सी पी गोस्वामी ने कहा कि यह वायरस कम इम्यूनिटी लोगों को प्रभावित करता है जिसमें सबसे ज्यादा 2 साल से कम उम्र के बच्चे और बुजुर्ग व्यक्ति को प्रभावित करता है क्योंकि इनकी इम्यूनिटी बहुत कम होती है जिसकी वजह से यह है आसानी से इसके शिकार हो जाते हैं
बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान
डॉ गोस्वामी ने लोकल 18 से खासबात करते हुए कहा कि इस वायरस से बचाव के लिए भीड़ भाड़ वाले इलाकों में जाने से बच्चे और मास्क का प्रयोग करें. अगर कोई संक्रमित है तो उसे व्यक्ति से दूरी बनाए रखें और इसके अलावा तुरंत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी कार्यालय में सूचना दें. इसके साथ ही टिशू पेपर और रूमाल का दोबारा इस्तेमाल, बीमार लोगों के साथ नजदीकी संपर्क, तौलिये, आदि का इस्तेमाल , बार-बार आंख, नाक और मुंह को छूना, सार्वजनिक स्थानों पर थूकना, चिकित्सक से परामर्श किए बिना खुद से दवा लेना.
HMPV वायरस के जाने प्रमुख लक्षण –
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सी पी गोस्वामी ने इस वायरस के लक्षण बताते हुए कहा कि खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रूमाल या टिशू पेपर से ढकें. अपने हाथों को लगातार साबुन और पानी या अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से धोएं. भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें. अगर आपको बुखार, खांसी और छींक आ रही है तो सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें. संक्रमण को कम करने के लिए कमरों में वेंटिलेशन की व्यवस्था करें. अगर आप बीमार हैं तो घर पर रहें और दूसरों से न मिलें. खूब पानी पिएं और पौष्टिक भोजन करें.
लक्षण दिखे तो तुरंत दे सूचना
सीएमएचओ डॉ गोस्वामी ने बताया कि जिले में किसी भी निजी व राजकीय अस्पताल में किसी रोगी में इस वायरस के संभावित लक्षण पाए जाने पर प्रमाणिक जांच के लिए सैंपल मान्यता प्राप्त लैब में ही भिजवाये. साथ ही, इस संबंध में चिकित्सा विभाग के जिला स्तर पर स्थापित कन्ट्रोल रूम नम्बर 01482-232643 पर इसकी सूचना देवे।एचएमपीवी वायरस से बचाव के लिए सीएमएचओ ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि आमजन घबराएं नहीं और सावधानी बरतें. सतर्कता और समय पर उपचार से इस सामान्य वायरस से आसानी से निपटा जा सकता है.
एचएमपीवी वायरस कैसे फैलता है जानें
यह वायरस खांसी और छींक के दौरान हवा के माध्यम से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए सामान को छूने से तथा बीमार व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से शरीर में प्रवेश करता है.
डूंगरपुर की रहने वाली 2 महीने की बच्ची की शिकार
राजस्थान के डूंगरपुर जिले की रहने वाली 2 महीने की बालिका इस वायरस से संक्रमित पाई गई है जिसकी पुष्टि अहमदाबाद के अस्पताल में हुई है और अभी उसका अहमदाबाद में इलाज चल रहा है हालांकि राजस्थान में में अभी तक इसका कोई मरीज एक्टिव सामने नहीं आया है
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FIRST PUBLISHED : January 7, 2025, 22:50 IST