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Sunday, July 13, 2025

HMPV in India: एचएमपीवी वायरस से संक्रमित हुए तो दिखेंगे ये 10 लक्षण, गलती से भी न करें इग्नोर, ये लोग रहें ज्यादा अलर्ट, ऐसे करें बचाव

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Symptoms of HMPV: इन दिनों देश और दुनिया में फिर से दहशत का माहौल बढ़ता जा रहा है. लोगों को एक बार फिर कोविड-19 वाला भयानक मंजर याद आ रहा है. वजह है चीन में एक नए वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का तेजी से फैलना. खबरों के अनुसार, चीन में इस वायरस से अब तक काफी लोग संक्रमित हो चुके हैं. आलम ये है कि हॉस्पिटल में लोगों को इलाज कराने के लिए बेड भी नहीं मिल रहा. इधर भारत में भी तीन बच्चे एचएमपीवी से संक्रमित पाए गए हैं, जिससे लोग काफी डरे हुए हैं. बेंगलुरु में तीन और आठ महीने के दो शिशु और अहमदाबाद के चांदखेड़ा इलाके में 2 महीने का बच्चा HMPV से पॉजिटिव (hmpv virus cases in india) पाए गए हैं. इनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.

पहले से है देश में मौजूद HMPV
हालांकि, एक्सपर्ट ये भी कह रहे हैं कि यह वायरस पहले से ही यहां मौजूद है. यह नया नहीं है. पिछले साल नवंबर में भी एक बच्चा इससे संक्रमित पाया गया था. संक्रमित बच्चों का कोई यात्रा इतिहास नहीं है. इन बच्चों का चीन, मलेशिया या किसी दूसरे देश यात्रा करने का कोई हिस्ट्री भी नहीं है. HMPV एक ऐसा वायरस है जो भारत में पहले से ही लंबे समय से मौजूद है. हो सकता है कि यह कोई इसका नया वेरिएंट हो. ऐसे में पैनिक करने या बहुत अधिक घबराने की जरूरत नहीं है. आपको सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि इस वायरस की चपेट में न आएं.

क्या है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV)

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक ऐसा वायरस है जो मुख्य रूप से ठंड के मौसम में फैलता है. अधिक गंभीर होने पर ये फेफड़ों में पहुंचकर निमोनिया का कारण बन सकता है. इससे सांस से संबंधित समस्या होती है. बच्चों और बुजुर्गों को अधिक प्रभावित करता है. सबसे पहले 2001 में इस वायरस की पहचान हो चुकी है.

कैसे फैलता है एचएमपीवी?
यह संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने, उससे हाथ मिलाने, छूने से भी फैल सकता है. संक्रमित होने पर लक्षण पांच दिनों के बाद नजर आते हैं. काफी हद तक इसके लक्षण कोरोनावायरस जैसे ही हैं. शायद, इसी वजह से लोगों में इस वायरस को लेकर काफी डर बैठ गया है.

HMPV वायरस के लक्षण क्या हैं?
इसके लक्षण काफी हद तक कोविड-19 के शुरुआती लक्षणों से मिलते-जुलते हैं. कुछ लक्षण इस प्रकार हैं-
सर्दी-जुकाम होना
गले में खराश
सिरदर्द होना
बुखार होना
ठंड लगना
नाक बहना
खांसी होना
सांस लेने में तकलीफ
गंभीर लक्षण में फेफड़ों में संक्रमण हो सकता है.
श्वसन संबंधित बीमारियों से ग्रस्त, अस्थमा, लंग्स पेशेंट सतर्क रहें.

HMPV से बचाव के उपाय

क्या करें
घर से मास्क लगाकर निकलें.
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आएं.
खांसते-छींकते समय मुंह पर रूमाल रखें.
पानी अधिक पिएं. पौष्टिक और घर का खाना खाएं.
पर्याप्त नींद लें.
हाथों को साबुन से धोते रहें, सैनिटाइजर यूज करें.
भोजन करते समय भी हाथ अच्छी तरह से साफ करें.
प्रतिदिन स्नान करें. हाइजीन का ख्याल रखें.
ऊपर बताए गए लक्षण नजर आएं तो डॉक्टर से मिलें.

क्या न करें
लक्षण नजर आने पर खुद से दवा न खाएं.
इंफेक्टेड व्यक्ति को छूने या उसके पास रहने से बचें.
संक्रमित व्यक्ति का रूमाल, सामान आदि न यूज करें.
भीड़भाड़ वाली जगहों पर अधिक देर न रहें.
मुंह, आंख, नाक को बार-बार गंदे हाथों से छूने से बचें.
बिना डॉक्टर से पूछे कोई भी दवा खुद से न खाएं.
अपने कपड़े, रूमाल, तौलिया आदि किसी से शेयर न करें.

ये भी पढ़ें: HMPV को लेकर सरकार ने भी कसी कमर, अस्पतालों में मुकम्मल व्यवस्था करने को कहा, मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

Tags: Health, Health News, Trending news



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