Does eating more sesame seeds increase uric acid: सर्दियां आते ही मार्केट में काले और सफेद तिल के लड्डू, पट्टी आदि खूब बिकने शुरू हो जाते हैं. लोग बहुत ही चाव से तिल के लड्डओं का सेवन करते हैं. तिल में ढेरों पोषक तत्व होते हैं, जो सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं. इसमें कैलोरी, सोडियम, पोटैशियम, प्रोटीन, विटामिन सी, बी6, मैग्नीशियम, आयरन आदि भरपूर होते हैं. ये दिल के लिए हेल्दी हैं. तिल के सेवन से हड्डियों को लाभ होता है. जोड़ों का दर्द कम हो सकता है. हालांकि, कुछ लोगों को ये इतना अधिक पसंद होता है कि एक दिन में ही 10-12 तिल के लड्डू खा जाते हैं. यदि ऐसा आप भी करते हैं तो हो जाएं थोड़े सतर्क, क्योंकि अधिक तिल खाना भी नुकसान पहुंचा सकता है.
तिल के अधिक सेवन के नुकसान
-ठंड में जो लोग तिल से बनी चीजों का सेवन अधिक करते हैं, उन्हें एक बात जान लेनी चाहिए कि इसके अधिक सेवन से आपको फायदे की जगह कुछ नुकसान भी हो सकते हैं. खासकर, उन लोगों को ध्यान देना चाहिए, जिनका यूरिक एसिड लेवल बढ़ा हुआ हो. तिल अधिक खाने से यूरिक एसिड तेजी से बढ़ सकता है. यूरिक एसिड शरीर में मौजूद एक टॉक्सिक पदार्थ है. इसका अधिक होना किडनी के साथ संपूर्ण सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. ऐसे में यह जितना कम रहे उतना बेहतर है.
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से क्या होता है
जब शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है, तो आपकी हड्डियों में दर्द रह सकता है. साथ ही अंगूठे और एड़ियों में दर्द हो सकता है. यहां तक कि पेशाब के रंग में बदलाव आ सकता है. जिन लोगों को हड्डियों की समस्या पहले से ही है, उन्हें ठंड के मौसम में अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है. ठंड के कारण बोन्स में दर्द के साथ ही अकड़न शुरू हो जाती है. ऐसे में यूरिक एसिड वाले मरीजों के लिए तकलीफ बढ़ सकती है.
-आप यूरिक एसिड के मरीज हैं और सफेद तिल से बने गजक, पट्टी या अन्य खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं सावधान हो जाएं. इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है.
-यूरिक एसिड का लेवल शरीर में बढ़ने से किडनी पर अधिक प्रेशर बनता है, जिससे इस अंग को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इस स्थिति में हाई प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन किया जाता है तो शारीरिक दिक्कतें होना लाजिमी हैं. सफेद तिल भी हाई प्रोटीन युक्त होता है, जिसे यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या से जूझ रहे लोगों को दिक्कत हो सकती है.
-विशेषज्ञों के अनुसार, अनहेल्दी डाइट, खानपान में लापरवाही बरतना, अनियमित लाइफस्टाइल आदि के कारण भी यूरिक एसिड का लेवल शरीर में बढ़ जाता है. ऐसे में दिनचर्या में बदलाव लाकर इस खतरे को कम कर सकते हैं.
-आयुर्वेद के अनुसार, यदि आपका यूरिक एसिड लेवल हाई रहता है तो सर्दियों के दिनों में आंवला जरूर खाना चाहिए. आंवले में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो हाई यूरिक एसिड को कम करता है. ज्वाइंट्स में होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है. आंवले का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं. इसका जूस पी सकते हैं. चटनी, मुरब्बा, कैंडी आदि खा सकते हैं. इसके साथ एक्सपर्ट की सलाह पर आप नीम की पत्ती, अश्वगंधा, त्रिफला जैसे आयुर्वेदिक चीजों का भी सेवन कर सकते हैं. ये सभी यूरिक एसिड की समस्याओं में राहत दिलाने में सहायक हो सकते हैं.
इनुपट-आईएएनएस
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FIRST PUBLISHED : December 7, 2024, 08:50 IST