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Monday, March 3, 2025

भारत में कैंसर के 65% मरीज गंवा देते हैं जान ! 2050 तक बिगड़ सकते हैं हालात, ICMR की स्टडी में खुलासा

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Cancer Patients in India: आईसीएमआर की एक स्टडी में पता चला है कि भारत में कैंसर डायग्नोज होने के बाद 5 में से 3 लोगों की मौत हो जाती है. चिंता की बात यह है कि साल 2050 तक कैंसर से होने वाली मौतों की दर 109 पर्स…और पढ़ें

भारत में कैंसर से होने वाली मौतें लगातार बढ़ रही हैं.

हाइलाइट्स

  • भारत में कैंसर डायग्नोज होने के बाद 65% मरीजों की मौत हो जाती है.
  • वैज्ञानिकों की मानें तो 2050 तक कैंसर मृत्यु दर 109% तक बढ़ सकती है.
  • दुनियाभर में कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज चीन, अमेरिका और भारत में हैं.

ICMR Cancer Study: कैंसर के मामले पूरी दुनिया में लगातार बढ़ रहे हैं और इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी भयावह होता जा रहा है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की एक हालिया स्टडी में खुलासा हुआ है कि भारत में कैंसर डायग्नोज होने के बाद लगभग 5 में से 3 लोग अपनी जान गंवा देते हैं. चिंता की बात यह है कि अगले 25 सालों में मृत्यु दर में भयंकर बढ़ोतरी हो सकती है. वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि साल 2050 तक भारत में कैंसर का मोर्टेलिटी रेट 109% तक पहुंच सकता है. अगर ऐसा हुआ, तो इस बीमारी से मरने वालों की तादाद बहुत ज्यादा हो सकती है.

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक ICMR की नई स्टडी में कहा गया है कि भारत में कैंसर के करीब 65% मरीजों की मौत हो जाती है. यह आंकड़ा बेहद ज्यादा है, क्योंकि चीन में कैंसर से मृत्यु दर 50% और अमेरिका में 23% है. इसके मुकाबले भारत में कैंसर डिटेक्ट होने के बाद भी हर 5 में से 3 लोग जान गंवा रहे हैं. ICMR की यह स्टडी द लैंसेट रीजनल- साउथईस्ट एशिया जर्नल में प्रकाशित हुई है. दुनियाभर में कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज चीन में है. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अमेरिका और तीसरे नंबर पर भारत है. हर साल भारत में कैंसर के कारण लाखों लोगों की मौत हो जाती है. यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.

ICMR की यह स्टडी GLOBOCAN 2022 के आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित है. यह 185 देशों के कैंसर के आंकड़े प्रदान करने वाला एक ऑनलाइन डाटाबेस है. ICMR का कहना है कि बच्चों (0-14 वर्ष) और यंग एज (15-49 वर्ष) के व्यक्तियों में कैंसर डेवलप होने का प्रतिशत 0.1% से 2.3% है. जबकि इससे मौत का प्रतिशत 0.08% से 1.3% है. मिडिल एज (50-69 वर्ष) और बुजुर्गों (70 वर्ष या इससे ज्यादा) में कैंसर विकसित होने की आशंका 8.3% से 10.3% तक है. इससे मरने का प्रतिशत 5.5% से 7.6% तक है. अध्ययन में यह भी कहा गया है कि पिछले दो दशकों में भारत में कैंसर मृत्यु दर बढ़ रही है.

वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि आने वाले वर्षों में कैंसर के केस और मृत्यु दर में बढ़ोतरी जारी रहेगी. साल 2022 से 2050 तक मृत्यु दर 64.7 से बढ़कर 109.6 होने का अनुमान है. ICMR ने चेतावनी दी है कि भारत को आने वाले वर्षों में कैंसर नियंत्रण में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. कैंसर के बढ़ते मामलों और मृत्यु दर को देखते हुए केंद्रीय बजट 2025-26 में सरकार ने देश के सभी 759 जिलों में डेकेयर कैंसर केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई है, जहां कीमोथेरेपी, आवश्यक दवाएं और बायोप्सी सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

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भारत में कैंसर के 65% मरीज गंवा देते हैं जान ! 2050 तक इतना बढ़ सकता है आंकड़ा



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