बहराइच: कुछ किसान खेती के साथ-साथ पशु पालन भी करते हैं. इससे उनकी आमदनी दोगुनी हो जाती है. मवेशियों के नाम पर कुछ गाय पालते हैं, कुछ भैंस तो कुछ बकरी पालन करते हैं. इसी क्रम में बहराइच के एक किसान बकरी पालन से बढ़िया कमाई कर रहे हैं. वे एक खास नस्ल की बकरी पालतो हैं. आज इसके बारे में विस्तार से जानते हैं. बात हो रही है बरबरी नस्ल की बकरी की. इसका दूध तो महंगा होता ही है साथ ही मांस भी महंगा बिकता है.
बहराइच जिले के रहने वाले किसान जियाउल हक पिछले कई सालों से किसानी के साथ-साथ बकरी पालन भी करते आ रहे हैं. बकरी पालन में इन्होंने देसी नस्ल की बरबरी बकरी पाल रखी है. इसके मांस और दूध दोनों की बहुत डिमांड रहती है, जिसे बेचकर वे अच्छा मुनाफा कमाते हैं.
बरबरी नस्ल की बकरी की विशेषता
इस नस्ल की बकरी की डिमांड तो रहती ही है. साथ-साथ इसकी खासियत की बात करें तो ये 14 से 15 महीने में यह दो बार बच्चे देती है. इसके साथ ही इस प्रजाति में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है. इस वजह से ये हर मौसम में और हर कहीं बड़े आराम से रह लेती है. इस बकरी की सबसे बड़ी खासियत ये है ये कोई भी चारा आराम से खा लेती है. इस वजह से इसका पालन आसानी से किया जा सकता है.
बकरी को अक्सर ‘गरीबों की गाय’ कहा जाता है, क्योंकि इसे पालना आसान और सस्ता है. बकरी आकार में छोटी होती है और इसके खानपान पर अधिक खर्च नहीं आता. इसी वजह से आर्थिक रूप से कमजोर लोग भी इसे आसानी से पाल सकते हैं, इसलिए इसे ‘गरीबों का एटीएम’ भी कहा जाता है.
कृषि कार्य के साथ किसान कर रहे हैं बकरी पालन
बहराइच के ग्राम शेख दाहिर के रहने वाले किसान जियाउल कई सालों से बकरी पालन कर रहे हैं. इससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है. इनके पास दो से तीन नस्लों की बकरियां हैं. जिनका वे बड़े ध्यान से पालन करते हैं. जियाउल ने बकरी पालन के लिए लगभग 600 स्क्वेयर फीट का एक बकरी हाउस बना रखा है.
इसमें बकरियों के लिए चारा-पानी देने के लिए बड़ा लोहे का स्टैंड लगाया गया है, जिससे बकरियां आसानी से चारा खा सकती हैं और इसे गिरने से बचाया जा सकता है. जमीन पर मिट्टी का फर्श बनाया गया है, ताकि बकरियों को चलने-फिरने में कोई दिक्कत न हो. सर्दियों के मौसम में धान का भूसा फर्श पर बिछा कर रखते हैं इससे बकरियां ठंड से भी बची रहती है. इस हाउस में एक साथ 30 से 40 बकरियां आराम से रह रही हैं, जिनमें उनके बच्चे भी शामिल हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 9, 2025, 12:03 IST