गाजियाबाद. थाना मधुबन बापूधाम ने एक व्यक्ति ने शिकायत दी कि उसके दोस्त ने झूठ बोलकर उसका खाता नंबर ले लिया. इसके बाद इस खाते में साइबर फ्राड का पैसा आने लगा. एक दिन उसका खाता फ्रीज कर दिया गया. पुलिस भी उसे परेशान कर रही है. शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया और टीम बनाकर साइबर फ्रॉड करने वाले दो अभियुक्त गिरफ्तार कर इनके कब्जे से 24 लाख बरामद किए गए.
थाना मधबन बापूधाम में लक्ष्य शर्मा ने एक शिकायत दी कि मेरे दोस्त अक्षित वर्मा ने कहा कि मैं सोने का नया काम शुरू कर रहा हूं, तू अपना खाता नं. दे दे . मैं उसमें एक से -पांच लाख रुपया डालूंगा. मेरे खाते में तकनीकी खराबी के कारण अपनी मम्मी का खाता नं. दे दिया. अक्षित वर्मा ने किसी विजय कृष्णा राव नामक व्यक्ति से अलग-अलग दिनांक को पैसे डलवाए. उस पैसे को अक्षित वर्मा ने NEFT करवा लिया. उसने यह सिलसिला जारी कर रखा, फिर विजय शर्मा से 5 लाख दो बार डलवाये. पहली जनवरी को बैंक द्वारा मेरे और मम्मी के बैक खाते फ्रीज होने की सूचना मिली.
हमने बैक में पता किया तो मालूम चला कि खाते में आए पैसे फ्रॉड तरीके से खाते में आए थे. मुझे और मेरी माता जी को गुमराह किया गया है. इस फ्रॉड में हमारा कोई लेन देन नही है. जिस पर तत्काल उचित धाराओ में थाना मधुबन बापूधाम पर मुकदमा दर्ज किया गया. फिर सांई वैभव और निशान्त त्यागी को गिरफ्तार किया गया.
अभियुक्तों ने स्वीकारा फ्रॉड
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हम दोनों लोग साइबर फ्रॉड करते थे. इस तरह का पैसा अन्य राज्यों से आता था, उसे आसपास के लोगों को विश्वास में लेकर उनके खाते में ट्रांसफर करवाते थे. उन लोगों से हम कहते थे कि सोने का व्यापार करते है तथा किसी से हम कहते थे कि हम इंश्योरेंश कम्पनी चलाते हैं. इस तरह फ्रॉड का पैसा आपस में बांट लेते थे.
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FIRST PUBLISHED : January 9, 2025, 15:27 IST