बेंगलुरु
बेंगलुरु के केंपेगौड़ा इंटरनैशनल एयरपोर्ट में 171 यात्रियों को ले जा रही गो एयर की फ्लाइट में हुई चूक से बड़ी घटना होते-होते बची। पहली बार हवाई यात्रा कर रहे एक यात्री ने गलती से इमर्जेंसी एक्जिट विंडो खोल दिया। बेंगलुरु-लखनऊ विमान उस वक्त एयरपोर्ट पर ही था और रनवे पर ही चल रहा था। पायलट ने तुरंत फ्लाइट संचालन रोक दिया और हादसा टल गया। इसके बाद इमर्जेंसी एग्जिट पंक्ति में बैठे यात्री सुनील कुमार को फ्लाइट से उतारकर एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन भेजा गया। पुलिस ने सुनील के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया। कुमार बेंगलुरु में कारपेंटर के रूप में काम करते हैं और अपने गृहजनपद लखनऊ जा रहे थे।
बाकी यात्रियों को दूसरी फ्लाइट के जरिए सुबह सवा दस बजे के करीब रवाना किया गया। इस पूरे वाकये से बेंगलुरु लखनऊ फ्लाइट में दो घंटे की देरी हो गई। गो-एयर के प्रवक्ता ने बताया कि सुनील को इमर्जेंसी प्रोजिसर के बारे में हिंदी में दो बार बताया या था। उन्होंने कहा, ब्रीफिंग के बावजूद सुनील ने फ्लाइट के पुशबैक करते ही इमर्जेंसी एग्जिट विंडो खोल दी। यह घटना एयरपोर्ट के टैक्सी पॉइंट के पास 8 बजकर 12 मिनट में घटी। इससे विमान में हलचल मच गई और पायलट ने तुरंत फ्लाइट रोक दी।
एयरपोर्ट पुलिस के अधिकारी ने बताया, ‘वह पहली बार हवाई जहाज से सफर कर रहा था और गलती से इमर्जेंसी डोर को खिड़की समझकर खोल दिया। उसने कहा कि उसने प्री-डिपार्चर अनाउंसमेंट में सुना था कि फ्लाइट जब उड़ान भरे तो खिड़की खोलनी चाहिए। जबकि फ्लाइट अटैंडेंट हमेशा यात्रियों को यात्री विंडो शेड्स खोलने की सलाह देते हैं ताकि बाहर का नजारा देखा जा सके।