नई दिल्ली. पूर्वी दिल्ली में रहने वाले गौरव शुक्ला के साथ रात में गन प्वाइंट पर लूट हुई. तीन बदमाशों ने घेर कर घटना को अंजाम दिया. सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची, मामला दर्ज कराने के लिए थाने बुलाया. वहां पर स्नैचिंग का मामला दर्ज कराने को कहा, पीड़ित अड़ गया तो उसे खूब धमकाया लेकिन वो हार नहीं माना और फिर एफआइआर में लूट की धाराएं जोड़ी गयीं.
उस्मानपुर, पूर्वी दिल्ली में रहने वाले गौरव शुक्ला प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं. वे मूल रूप से हरदोई के रहने वाले हैं. 27 अगस्त की रात वे गांव से लौट रहे थे. रात करीब तीन बजे घर के करीब पैदल जा रहे थे. उनके साथ बेटा और भतीजा साथ था. गौरव के पास लैपटॉप और भतीजे के पास भी बैग था. उसी दौरान पीछे से स्कूटी में तीन लड़के स्कूटी से आए और आग निकल गए. गौरव ने सोच कि आसपास रहने वाले होंगे. वो चलता रहा. कुछ देर बाद तीनों वापस लौटे और स्कूटी आगे लगा दी. एक ने तमंचा दिखाया, दूसरे ने तमंचा लोड भी कर दिया और बोला जो हो निकाल दो, नहीं तो जान से हाथ धो बैठोगे. गौरव ने कहा कि गोली नहीं चलाना. सारा सामान दे रहा हूं और उसने लैपटाप, बैग, पर्स, मोबाइल सबकुछ निकाल कर दे दिया.
जाते-जाने धमकी दे गए
बदमाश भागते समय धमकी दे गए कि शोर मत मचाना और ज्यादा होशियारी मत दिखाना. नहीं तो परेशान हो जाओगे. इस वजह से गौरव ने शोर नहीं मचाया और चुपचाप घर चला गया.
पुलिस को फोन किया
बदमाशों के भागने के बाद उसने पुलिस को फोन किया. कुछ देर बाद 112 पीसीआर आई. उसने पूछताछ की. इस दौरान दूसरी पीसीआर भी आ गयी कुछ देर बाद पुलिस की बाइक भी आयी. पहली पीसीआर में तैनात पुलिस कर्मियों ने पूरा मामला पूछा और नोट किया. इसके बाद उसे थाने में बुलाया गया.
पुलिस के गजब सवाल
थाने में पुलिसकर्मी ने पूछा बैग किस कंधे पर था. पीडि़त ने बताया कि दोनों कंधों पर था. लेकिन इससे लूट का क्या संबंध है. पुलिस कर्मी बोला कि इसको स्नैचिंग का मामला दर्ज कर लेते हैं. इस पर पीडि़त ने कहा कि लूट हुई है तो स्नैचिंग में क्यों दर्ज करोगे. पुलिसकर्मी बोला कि दिल्ली में दो करोड़ लोग हैं, कितनी लूट का दर्ज करेंगे.
पीड़ित के बहस करने पर बोला, पुलिस से पंगा मत लो
इस दौरान पीड़ित पुलिसकर्मी से बहस करने लगा. बोला लूट में ही मामला दर्ज करो. पुलिसकर्मी ने कहा कि पुलिस से पंगे लोगे तो परेशान हो जाएंगे. एसएचओ साहब लूट का मामला दर्ज करने पर नाराज हो जाएंगे. लूट दर्ज होने पर हम रोजाना थाने बुलाएंगे, बेहतरी चाहते हो तो स्नैचिंग में दर्ज कराओ. पीड़ित को इतना डरा धमका किया, वह रात में वहां से चुपचाप चला गया. पुलिस ने स्नैचिंग में मामला दर्ज कर लिया.
पीड़ित ने स्वयं सीसीटीवी फुटेज निकवाई
घटनास्थल पर एक सीसीटीसी कैमरा लगा था. पीडि़त ने स्वयं सीसीटीव फुटेज निकाली. फुटेज में स्पष्ट दिख रहा है कि तीन लुटेरे स्कूटी से आए और सामने खड़ी कर दी. इसके बाद गन निकालकर आराम से लूटपाट कर रहे हैं.
हार नहीं मानी, फिर एफआईआर में लूट की धाराएं जोड़ी
पीडि़त ने भी सीसीटीवी देखी और उसने पुलिस अधिकारियों को मेल से संपर्क किया. सीसीटीवी फुटेज भी भेजी. दोबारा से मामले का आईओ आया और आसपास लोगों से पूछताछ शुरू की. इसके बाद एफआईआर लूट की धाराएं जोड़ी गयीं.
Tags: Delhi police, Looting and robbery
FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 11:35 IST