दंतेवाड़ा
किरंदुल थाना क्षेत्र के पेरपा के जंगलों में गुरुवार को डीआरजी एवं जिला पुलिस बल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के दौरान एक नक्सली ढेर हो गया। इसके सिर 8 लाख रुपये का इनाम था। दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने इस बात की जानकारी दी और बताया कि मारे गए नक्सली के पास से एक राइफल बरामद किया गया है। एसपी पल्लव ने आगे बताया कि मादवी मुइया नामक यह नक्सली उस हमले का मास्टरमाइंड था जिसमें भाजपा विधायक भीमा मण्डावी और 5 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। इसके अलावा वह पिछले साल हुए दंतेवाड़ा हमले का भी मास्टटरमाइंड था जिसमें दो जवान शहीद हुए थे। इसके पहले छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने ग्रामीणों की हत्या कर दी। यहां सुकमा जिले के किस्ताराम क्षेत्र में रात नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की हत्या की। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और जांच शुरू कर दी है।
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में हुए नक्सल हमले के बाद छत्तीसगढ़ के सभी नक्सल प्रभावित जिलों के एसपी को अलर्ट रहने के निर्देश जारी कर दिए गए थे। मिली जानकारी के अनुसार, छह दिन पहले ही नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की हत्या कर दी थी जिसका खुलासा रात हुआ। दोनों ग्रामीणों पर नक्सलियों ने मुखबिरी करने का आरोप था। बीजापुर के इतामपारा और बिरयाभूमि में दो ग्रामीणों की नक्सलियों ने हत्या कर दी। मृतकों में एक सहायक आरक्षक का रिश्तेदार है। नक्सलियों की ओर से परिजनों को रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने की धमकी दी गई थी। दहशत के कारण ग्रामीण पुलिस के पास नही पहुंचे।