नई दिल्ली. बॉलीवुड के बेबाक एक्टर्स की बात होती है तो नसीरुद्दीन शाह का नाम सबसे पहले आता है. ये बॉलीवुड को वो दिग्गज हैं, जो हमेशा अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं. सच कहने से कभी नहीं डरते, चाहे इसके लिए हिंदी सिनेमा के दिग्गजों को चुनौती ही क्यों न देनी पड़े. यूं तो स्टार्स के बीच कंपटीशन होता है और कई बार आपस में विवाद भी हो जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नसीरुद्दीन शाह ने बॉलीवुड के दो सबसे प्रतिष्ठित आइकन राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के लिए कुछ ऐसा कह दिया था, जो खूब सुर्खियों में रही.
नसीरुद्दीन शाह ने एक पुराने इंटरव्यू में एक्टर्स और उनकी विरासत के बारे में बात की थी. उन्होंने अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना को लेकर उन्होंने तीखी टिप्पणी की थी. न्यूज एक्स के दिए इंटरव्यू में उन्होंने अमिताभ बच्चन और एक दूसरे इंटरव्यू में उन्होंने राजेश खन्ना को लेकर बात की थी.
अमिताभ बच्चन के लिए बोले थे ये तीखे बोल
साल 2010 में न्यूज एक्स को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अमिता बच्चन को लेकर बात की थी. उन्होंने सीधे तौर पर स्टार की फिल्मोग्राफी पर निशाना साधा था. नसीरुद्दीन शाह ने साफ-साफ शब्दों में कहा था, ‘उन्होंने कोई महान फिल्म नहीं बनाई’. जब उनसे 1975 की उनकी ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘शोले’ के बारे में पूछा गया, जो अमिताभ बच्चन की सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों में से एक है तो नसीरुद्दीन शाह ने कहा था, ‘शोले महान फिल्म नहीं है, यह मनोरंजक जरूर है लेकिन महान नहीं.’ नसीरुद्दीन का ये कमेंट चौंकाने वाला थे, क्योंकि ‘शोले’ को भारतीय सिनेमा में लगभग पौराणिक दर्जा प्राप्त है.
जब नसीरुद्दीन ने जावेद अख्तर से ‘शोले’ को लेकर किए सवाल
India Film Project (IFP) सीजन 14 में एक दूसरी चर्चा में, नसीरुद्दीन शाह ने सिनेमा में मौलिकता के मुद्दे पर बात की थी. लेखक जावेद अख्तर के साथ एक बातचीत को याद करते हुए, उन्होंने कहा था, ‘मुझे याद है जावेद अख्तर ने एक बार मुझसे कहा था, ‘कुछ मौलिक तब कहा जा सकता है जब आप उसके सोर्स का पता नहीं लगा सकते.’ मैं उनसे शोले के बारे में बात कर रहा था और मैंने कहा, ‘आपने हर सीन की नकल की है, आपने चार्ली चैपलिन की फिल्मों को नहीं छोड़ा, क्लिंट ईस्टवुड हर फ्रेम में महसूस होते हैं.’
मौलिकता को परिभाषित करना आसान नहीं
नसीरुद्दीन शाह ने स्वीकार किया कि मौलिकता को परिभाषित करना आसान नहीं है. उन्होंने कहा था कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने इसे कितना आगे बढ़ाया है. शेक्सपियर, जिन्हें एक महान नाटककार माना जाता है, जाहिर तौर पर पुराने नाटकों से सामग्री की नकल कर रहे थे. लेकिन, मौलिकता उनके प्रस्तुतिकरण में थी.
काका वास्तव में वो एक घटिया एक्टर थे: नसीरुद्दीन शाह
नसीरुद्दीन शाह का हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना पर भी एक बेबाक बयान दिया था. उन्होंने साल 2016 में हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बिना हिचकिचाहट के कहा था, ‘वास्तव में, 70 के दशक में हिंदी फिल्मों में औसत दर्जे का दौर आया. तभी राजेश खन्ना ने इंडस्ट्री में एंट्री ली. उनकी सारी सफलता के बावजूद, मुझे लगता है कि काका एक बहुत ही सीमित एक्टर थे. लेकिन, सच्चाई ये है कि वास्तव में वो एक घटिया एक्टर थे.’
राजेश खन्ना का 1 फंडा था- ‘बस इंडस्ट्री में राज करना’
उन्होंने राजेश खन्ना के इंडस्ट्री पर प्रभाव पर भी कमेंट किया था. वह चौकन्ने शख्स नहीं थे. उनका सिर्फ एक फंडा था कि उन्हें इंडस्ट्री में राज करना है. नसीरुद्दीन शाह के इन कमेंट्स से काका के फैंस और परिवारकाफी नाराज हुआ था. राजेश खन्ना की बेटी ट्विंकल खन्ना ने एक्टर की इस बयानबाजी को अपमानजनक बताते हुए अपने पिता के भारतीय सिनेमा में अहम योगदान की ओर इशारा किया. लेकिन फिर भी, नसीरुद्दीन शाह ने कभी अपने बयान से पीछे नहीं हटे.