Bengaluru Fridge Murder Case: बेंगलुरु में 29 वर्षीय महिला महालक्ष्मी की हत्या करने के आरोपी मुक्तिरंजन प्रताप रे ने ओडिशा में कथित रूप से आत्महत्या कर ली। महालक्ष्मी की हत्या करने के बाद उसके शव के 59 टुकड़े कर दिए गए थे और फिर उसे फ्रिज में रख दिया गया था। इस घटना के आने के बाद से पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी ओडिशा के भद्रक जिले के धुसुरी पुलिस स्टेशन की सीमा में मृत पाया गया। पुलिस को आरोपी की डायरी भी मिली है, जिसमें सच सामने आ गया है।
मुक्तिरंजन प्रताप रे ने महालक्ष्मी की हत्या क्यों की?
ओडिशा पुलिस का कहना है कि 31 वर्षीय मुक्तिरंजन प्रताप रे महालक्ष्मी के साथ रिलेशनशिप में था और महालक्ष्मी लगातार उस पर शादी करने का दबाव डाल रही थी। इसी वजह से दोनों के बीच अक्सर बहस भी होती थी, जिसकी वजह से मुक्तिरंजन ने महालक्ष्मी की हत्या कर दी। पुलिस उपायुक्त (मध्य) शेखर एच टेक्कन्नावर ने बेंगलुरु में बताया कि बुधवार सुबह एक व्यक्ति पेड़ से लटका हुआ मिला। ओडिशा पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से बरामद एक कथित सुसाइड नोट से पता चला है कि मुक्तिरंजन प्रताप रे ने अपना अपराध कबूल कर लिया है।
बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि संदिग्ध और महिला महालक्ष्मी की मुलाकात एक कपड़े की दुकान में काम करने के दौरान हुई थी और उनके बीच संबंध बन गए थे। शुरुआती जांच के अनुसार, रे चिड़चिड़े स्वभाव का था और एक विवाद के बाद उसने महालक्ष्मी की हत्या कर दी और बाद में उसके शव के टुकड़े कर दिए।
आरोपी ने अपनी डायरी में क्या लिखा है
भद्रक एसपी वरुण गुंटुपल्ली ने कहा कि पुलिस ने रे की एक डायरी बरामद की है, जिसमें उसने कबूल किया है कि उसने बेंगलुरु की महिला की हत्या करने के बाद उसके शरीर के 59 टुकड़े किए थे।
हत्या के बाद क्या हुआ?
हत्या के बाद, रे ने कथित तौर पर अपने छोटे भाई को फोन किया और उसे तुरंत किराए का घर खाली करने का निर्देश दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब कारण पूछा गया, तो रे ने अपने भाई से कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से बता देगा, लेकिन फोन पर नहीं बता सकता। पूछताछ करने पर, छोटे भाई ने खुलासा किया कि हत्या करने के बाद, रे घर लौट आया और उसने अपराध कबूल करते हुए कहा कि वह अब शहर में नहीं रह सकता और अपने पैतृक स्थान के लिए निकल रहा है।
पुलिस ने आरोपी का पता कैसे लगाया?
इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी का पता लगाने के लिए तकनीकी विश्लेषण और कॉल रिकॉर्ड विवरण की मदद ली। उसका मोबाइल लोकेशन शुरू में पश्चिम बंगाल में पाया गया, लेकिन बाद में उसने इसे बंद कर दिया। हालांकि, तकनीकी निगरानी की मदद से, उसका लोकेशन ओडिशा के एक गांव में पाया गया, जहां हमने उसे पकड़ने के लिए अपनी टीमें भेजीं। उसने ओडिशा में भी अपनी जगह बदली। बाद में आरोपी पेड़ से लटकता हुआ पाया गया।