संजय यादव/ बाराबंकी : सरयू नदी में नेपाल के बैराजों से लगातार छोड़े जा रहे पानी से बाराबंकी जिले के तराई क्षेत्रों में लोगों का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है. उफनाई सरयू रौद्र रूप में दिखाई दे रही है. नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 90 सेमी ऊपर पहुंच जाने से रामनगर व सिरौलीगौसपुर के करीब 50 गांवों में जल प्लावन के हालात हैं. आधा दर्जन गांव टापू बन गए हैं. जान बचाने की जद्दोजहद के बीच लोगों ने बांध पर व स्कूलों में शरण ली है. प्रशासन लोगों को खाद्य समग्री बंटवा रहा है.
बाराबंकी जिले के रामनगर तहसील क्षेत्र का बेलहरी गांव सरयू नदी के पानी में डूबा पड़ा है. गांव के करीब डेढ़ दर्जन मकान नदी में बह चुके हैं. कटान इतनी तेजी से हो रहा है कि बेलहरी का प्राथमिक विद्यालय भी नदी में कट गया है. जल्द ही पूरे गांव के नदी में समाने की आशंका है. वहीं हेतमापुर से केदारीपुर, बेलहरी, बाबा का पुरवा व कंचनापुर समेत कई गांवों को जाने वाली सड़कें पानी में डूबने से आवागमन बंद हो गया है. वहीं प्रशासन और बाढ़ खंड के अधिकारी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. राहत बचाव टीमों द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है.
वहीं बाढ़ से प्रभावित लोगों का कहना है कि सरयू नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से हम लोगों के गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं, जो भी खाने का अनाज व अन्य सामान था, वह भी पानी में डूब गया है. जिससे हम लोगों को काफी मुश्किलें हो रही हैं. वैसे तो शासन प्रशासन की तरफ से खाने पीने का सामान तो दिया जा रहा है. पर हम लोग रात में डर के साए में जी रहे हैं. क्योंकि लगातार नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है और कटान भी तेज हो गया है. जिससे गांव के कई मकान नदी में अब तक समा चुके हैं. कहीं हम लोगों का मकान भी नदी में न समा जाए यही डर हम लोगों को सता रहा है.
FIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 12:59 IST