अयोध्या: मंदिर और मूर्तियों का शहर अयोध्या भव्य राम मंदिर की वजह से पूरी दुनिया में फेमस है. नई अयोध्या धार्मिक और आध्यात्मिक पहचान के साथ आधुनिक व स्मार्ट हो रही है. राम की नगरी अयोध्या को न सिर्फ सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शहर (एआई सिटी) का सपना भी बुना जा रहा है. इसके साथ ही पौराणिक मंदिरों और कुंडों का पुनरुद्धार हो रहा है, तो चौड़ी सड़कें, फ्लाईओवर और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शहर को बदलती अयोध्या की पहचान दे रहे हैं. शायद यही वजह है कि अयोध्या में 37 मंदिरों के हेरिटेज स्वरूप में विकसित करने की योजना पर काम खत्म होने के बाद अब 125 मंदिरों के कायाकल्प का रास्ता साफ हो गया है.
आपको बताते चलें कि बीते 22 जनवरी को जब प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान हुए तो उसके पहले अयोध्या के 37 पौराणिक और ऐतिहासिक मठ मंदिरों का कायाकल्प किया गया था. अभी तक अयोध्या के ही 37 मंदिरों के हेरिटेज स्वरूप में विकसित करने की योजना पर काम चल रहा था. अब नए प्रस्ताव में 125 मंदिरों की सूची तैयार की गई है, जिसमें जिले के ग्रामीण इलाके में धार्मिक और तीर्थ स्थलों के साथ पुरातत्व महत्व के स्थलों, मठ-मंदिरों, सरोवरों और पर्यटन महत्व के स्थलों को शामिल किया गया है.
अयोध्या धाम विकास परिषद को भेजा गया प्रस्ताव
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक आरपी यादव ने बताया कि पर्यटन विभाग के कार्य योजना 2024-25 का प्रस्ताव अयोध्या धाम विकास परिषद को भेजा गया है . 2024-25 वर्ष के लिए जो प्रोजेक्ट प्रस्ताव के लिए भेजे गए उसकी सूची तैयार कर ली गई है .अयोध्या के 37 मंदिरों के हेरिटेज स्वरूप में विकसित करने की योजना के साथ-साथ अब 125 मंदिरों का कायाकल्प किया जाएगा ताकि अयोध्या धार्मिकता के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से भी विश्व के मानचित्र पर स्थापित हो.
FIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 16:51 IST