03
महिलाओं ने गंगा के पवित्र जल से 11000 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कार्य जारी किया. इस अवसर पर भगवान शिव को गंगाजल, गाय का दूध, दही, गन्ना का रस, पंचामृत, शहद, बेल पत्र, भांग ,धतूरा, फल-फूल आदि सामग्री से रुद्राभिषेक किया गया. लोग बताते हैं कि इस रुद्राभिषेक से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और जगत का कल्याण करते हैं.