अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है. इस दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है. शास्त्रों में इस तिथि को ईश्वरीय तिथि बताया गया है. कथाओं के अनुसार इस दिन किए गए पुण्य काम का अक्षय फल प्राप्त होता है. इस दिन ही भगवान विष्णु के अवतार परशुराम की जयंती भी मनाई जाती है.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के प्रोफेसर सुभाष पांडेय ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन कुछ खास चीजों के दान का महत्व है. धार्मिक मान्यताओं है कि इस दिन गंगा स्नान और दान से न सिर्फ अक्षय पुण्य का फल मिलता है बल्कि किस्मत के बंद दरवाजे भी खुल जाते हैं.
इन तीन चीजों का जरूर करें दान
अक्षय तृतीया के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में गंगा स्नान जरूर करना चाहिए. गंगा स्नान के बाद जल कुंभ दान यानी मिट्टी के घड़े में जल भरकर ब्राह्मण को उसका दान करना चाहिए. इसके अलावा पंखे का दान करने का भी इस दिन विधान है.इन सब के साथ अन्न का दान करना चाहिए. कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति इन तीन चीजों का दान करता है उसे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.
भगवान विष्णु की करनी चाहिए पूजा
इसके अलावा इस दिन परशुराम की जयंती मनाई जाती है.इसलिए इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और अराधना करनी चाहिए. इसके अलावा भगवान विष्णु के मंत्र का जाप भी करना चाहिए.
गुप्त दान का विशेष महत्व
इस दिन गुप्त दान का भी विशेष महत्व है. गुप्त दान किसी फल के भीतर बहुमूल्य रत्न या धातु (सोना) का दान करना भी बेहद शुभकारी होता है. इससे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और किस्मत के बंद दरवाजे भी खुलते हैं.
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FIRST PUBLISHED : May 8, 2024, 17:14 IST