राजकोट समाचार : गुजरात के राजकोट जिले में एक रिसॉर्ट के खिलाफ पुलिस ने लॉकडाउन मानदंडों के कथित उल्लंघन के आरोप में एफआइआर दर्ज की है। यहां पर कांग्रेस ने अपने विधायकों को ठहराया है। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पांच-छह विधायकों को छोड़कर पार्टी के अन्य विधायक गुजरात में विभिन्न रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं। पार्टी ने उन्हें राज्य की चार सीटों पर 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा के प्रलोभन से बचाने के लिए रिसॉर्ट में भेजा है। कांग्रेस विधायकों के लिए रिसॉर्ट खोलने पर पुलिस ने नीलसिटी रिसॉर्ट के मालिक और मैनेजर के खिलाफ आइपीसी की धारा 188 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस ने उन पर लॉकडाउन की अधिसूचना का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, जिसके तहत सोमवार से पहले होटल और रेस्टोरेंट खोलने की इजाजत नहीं है। यूनिवर्सिटी रोड थाने के इंस्पेक्टर आरएस ठक्कर ने कहा कि हमने नीलसिटी रिसॉर्ट के मालिक और मैनेजर के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट (एफआइआर) दर्ज करवाई है, जहां कांग्रेस के विधायक ठहरे हुए हैं। उन पर रिसॉर्ट खोलकर लॉकडाउन अधिसूचना का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। केंद्र और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, होटल और रेस्टोरेंट आठ जून से संचालन शुरू कर सकते हैं, जबकि सौराष्ट्र क्षेत्र के कांगेस विधायक शनिवार को राजकोट के रिसॉर्ट में ठहरे थे। कांग्रेस के तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद पार्टी ने अपने अधिकतर विधायकों को राजकोट, अंबाजी और आनंद के रिसॉर्ट में ठहरा रखा है। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में कांग्रेस की ताकत 65 विधायकों की हो गई है। इस बीच, कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने रविवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा एफआइआर के जरिये विपक्षी पार्टी को डरा रही है। राजकोट में रिसॉर्ट परिसर में प्रदर्शन करते हुए पटेल ने कहा कि चार दिन पहले अहमदाबाद के मेयर ने शारीरिक दूरी का उल्लंघन करते हुए आम महोत्सव में हिस्सा लिया था। लेकिन, उनके खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। सत्तारूढ़ पार्टी हमें निशाना बना रही है, क्योंकि हम गरीबों, किसानों और मध्यमवर्ग के लोगों का मुद्दा उठा रहे हैं।