संजय यादव/बाराबंकी. बाराबंकी जिले के ज्यादातर युवा किसान अब सब्जियों की खेती की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. गौरतलब है कि किसानों को सब्जियो की खेती में लागत कम और मुनाफा अच्छा होता है. उनकी निकलने वाली फसल आसानी से मंडियों में बिक जाती है. दरअसल जिले के किसान करेला आदि की खेती पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. गौरतलब है कि 2 महीने की खेती में किसानों को लाखों रुपए मुनाफा होता है जिससे किसानो की अच्छी आमदनी हो जाती है. किसानों को करेले की फसल को बेचने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है.
बाराबंकी जिले के शरीफाबाद गांव के रहने वाले युवा किसान सचिन कश्यप ने 2 बीघे से करेले की खेती की शुरुआत की थी. जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा देखने को मिला आज वह करीब 5 बीघे में करेले की खेती कर रहे हैं इस खेती से लगभग उन्हें तीन से चार लाख रुपए प्रतिवर्ष मुनाफा हो रहा है.
मात्र 10 हजार की लागत
युवा किसान सचिन कश्यप ने बताया कि 9 तक पढ़ाई-लिखाई की पर मेरा मन पढ़ाई में नहीं लगा तो मैंने सोचा क्यों न खेती किसानी की जाए. फिर मुझे सब्जियों की खेती के बारे में पता चला तो मैंने दो बीघे से करेले की खेती की शुरुआत की. जिसमें मुझे अच्छा लाभ देखने को मिला. आज करीब हम 5 बीघे में करेले की खेती कर रहे हैं इसमें जो हमारी लागत है करीब एक बीघे में 10 से 12 हजार रुपए आती है वहीं मुनाफा करीब 3 से 4 लाख रुपए तक हो जाता है.
ऐसे करें करेले की खेती
सचिन कश्यप ने बताया कि करेली की खेती करना बहुत ही आसान है. पहले हम खेत की दो बार जुताई करते हैं. उसके बाद पूरे खेत में नाली बनाते हैं फिर हम इसमें पानी की सिंचाई कर देते हैं. उसके बाद नाली के किनारे करेले के बीज की बुवाई की जाती है. वहीं पौधा निकालने के बाद इसमें कीटनाशक दवाइयां व खाद का छिड़काव करते हैं. महज डेढ़ से 2 महीने में फसल निकलना शुरू हो जाती है जिसको हम आराम से बाजारों में बेच सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 21:50 IST