शाहजहांपुर. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भगवान भोलेनाथ का एक ऐसा मंदिर है, जहां दो शिवलिंग आपस में जुड़े हुए हैं. यहां आने वाले भक्तों में भोलेनाथ के प्रति अटूट आस्था है. भक्तों को विश्वास है कि सूखा पड़ने की स्थिति में दोनों शिवलिंग के चारो ओर भक्त पानी भरते हैं तो भोलेनाथ के साथ-साथ देवताओं के राजा भगवान इंद्र पसन्न होते हैं और बारिश जरूर होती है. मंदिर के पुजारी का कहना है कि ऐसा कई बार हो चुका है. मंदिर को लेकर ऐसा कहा जाता है कि यह शिवलिंग खुद ही रंग बदलते रहता हैं. कई साल पुराने इस मंदिर में आने वाले शिव भक्तों की हर मनोकामना को भगवान भोलेनाथ पूरा करते हैं. भोलेनाथ का यह चौकसी नाथ मंदिर शाहजहांपुर के चौक इलाके में स्थित है.
मंदिर के पुजारी विजय गिरी ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण उनके पूर्वज पंडित सुखलाल ने कराया था. अब उनकी 9वीं पीढ़ी इस मंदिर का रखरखाव कर रही है. विजय गिरी बताते हैं कि यहां शिवलिंग स्वयं से ही प्रकट हुए और सुखलाल को दर्शन दिए.
रंग बदलता है शिवलिंग
पुजारी विजय गिरी ने बताया कि चौकसी नाथ मंदिर में आपस में जुड़े हुए 2 शिवलिंग स्थापित हैं, यह शिवलिंग स्वयं ही रंग बदलते हैं, यहां स्थापित शिवलिंग कभी नीले, कभी भूरे और कभी काले हो जाते हैं. यहां भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में भक्त आते हैं. इतना ही नहीं मंदिर के पुजारी विजय गिरी ने बताया कि जब सूखा पड़ जाए तो दोनों शिवलिंग के चारों ओर पानी भर दिया जाता है, जब तक पानी नहीं बरसता तब तक शिवलिंग की चारों ओर पानी भरा ही रहने दिया जाता है. ऐसा करने पर बारिश जरूर होती है और लोगों को सूखे से राहत मिलती हैं.
अमावस्या पर पूरी होती है मनोकामनाएं
चौकसी नाथ के प्रसिद्ध मंदिर में यूं तो सुबह शाम भक्त, भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन अमावस्या का दिन खास होता है. अमावस्या के मौके पर यहां मेला लगता है, इस मेले में हजारों की संख्या में भक्त, भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. पंडित विजयगिरी बताते हैं कि मंदिर में आने वाले हर भक्त की मनोकामना भोलेनाथ पूरे करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 19, 2024, 19:43 IST
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