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Wednesday, July 16, 2025

Self Care After 50: मम्‍मी को बताएं खुद का वो कैसे रखें ख्‍याल, तभी रहेंगी हेल्‍दी-हैप्‍पी, आप भी रहेंगे चिंता फ्री

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Women Health Care Tips: अक्‍सर घरों में मम्मियां परिवार के अन्‍य सदस्‍यों का तो ख्‍याल रखती हैं, लेकिन जब अपनी सेहत की आती है तो वो लापरवाह हो जाती हैं. शरीर में जरूरी पोषण की कमी, मेंटल हेल्‍थ की समस्‍या आदि  उम्र बढ़ने के साथ काफी परेशानियां क्रिएट करने लगता है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी मम्‍मी को बताएं कि उन्‍हें  बढ़ती उम्र में किन बातों का ख्‍याल(Selfcare) रखना है. दरअसल, उम्र बढ़ने के साथ सेहत और खुशहाली पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी हो जाता है. खासकर महिलाओं के लिए, जिनकी जिम्मेदारियों का दायरा अक्सर उम्र के साथ बढ़ता जाता है. ऐसे में अगर आपकी मम्मी 50 की उम्र पार कर चुकी हैं, तो यह समय है कि आप उनकी सेहत और खुशियों का खास ख्याल रखें. आइए जानते हैं कि उनके लिए क्या खास किया जा सकता है.

क्यों जरूरी है सेल्फ-केयर?
सीडीसी के मुताबिक, 50 की उम्र के बाद शरीर में हार्मोनल बदलाव तेजी से होते हैं. इस दौरान हड्डियों की मजबूती, हृदय का स्वास्थ्य, और मानसिक तनाव से निपटना बहुत ज़रूरी हो जाता है. अगर समय रहते सही उपाय किए जाएं, तो न सिर्फ बीमारियों से बचा जा सकता है, बल्कि जीवन को खुशहाल भी बनाया जा सकता है.

हेल्दी रहने के लिए अपनाएं ये आदतें-

संतुलित आहार दें
मम्मी के खाने में ज्यादा से ज्यादा फल, सब्जियां, और प्रोटीन शामिल करें. कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर चीजें हड्डियों को मजबूत बनाएंगी.

रेगुलर एक्सरसाइज पर जोर दें
योग, प्राणायाम, या हल्की सैर जैसी गतिविधियां रोजाना के रूटीन में शामिल करना बेहद फायदेमंद होगा. यह न केवल फिटनेस बनाए रखता है, बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करता है.

नींद का रखें ध्यान
उम्र बढ़ने के साथ नींद का महत्व और बढ़ जाता है. उन्हें रोजाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लेने के लिए प्रेरित करें.

हेल्थ चेकअप कराएं
50 के बाद हर छह महीने में मम्मी का ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल, और कोलेस्ट्रॉल चेक करवाना चाहिए. यह बीमारियों को पहले ही पहचानने में मदद करेगा.

खुशहाल रहने के आसान तरीके-

दोस्तों और परिवार से जुड़ी रहें- मम्मी को उनके दोस्तों से मिलने-जुलने के लिए प्रोत्साहित करें. यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा.

नई चीजें सीखने का मौका दें- चाहे वह कुकिंग क्लास हो, डांस हो, या नई किताबें पढ़ना – मम्मी को उनकी रुचियों को फिर से खोजने में मदद करें.

डिजिटल कनेक्टिविटी सिखाएं- मम्मी को सोशल मीडिया या वीडियो कॉल का इस्तेमाल करना सिखाएं. यह उन्हें हमेशा परिवार और दोस्तों से जोड़े रखेगा.

आपकी मदद से बनेगा फर्क- अपनी मम्मी की देखभाल के लिए ये छोटी-छोटी बातें न केवल उन्हें खुश और स्वस्थ बनाएंगी, बल्कि आपको भी मानसिक शांति देंगी.

अगर मम्‍मी अपनी सेहत और खान पान को लेकर अलर्ट रहती है तो यकीन मानिए, घर का हर सदस्‍य परेशानियों से परे रहेगा. इसलिए अगर आप भी अपनी मां को हेल्‍दी रखना चाहते हैं तो इन बातों को समझें और मां को सेल्‍फकेयर के लिए मोटिवेट करें.



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