India host border Gavaskar trophy 2027: भारत ने 1 दशक बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवाई. टीम इंडिया को मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी में खेले गए सीरीज के पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में 6 विकेट से हरा दिया. इसके साथ ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया. टीम इंडिया ने हार के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर हो गई जबकि ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत के साथ डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाई. बदलाव के कठिन दौर से गुजर रही भारतीय टीम को अब स्वदेश लौटने के बाद काफी आत्ममंथन करना होगा.वहीं मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया अब 11 से 15 जून तक लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलेगा.अगला बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का आयोजन कब और कहां होगा, इसके बारे में जानने को लेकर लोग उत्सुक हैं.
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavakar Trophy) का अगला आयोजन साल 2027 में होगा. इसका मेजबान भारत होगा.भारत में 2 साल बाद फिर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का आयोजन होगा. भारत में यह सीरीज जनवरी के बीच में शुरू होकर फरवरी तक खेली जाएगी. मेजबान होने के नाते भारत यहां फायदे में रह सकता है. ऑस्ट्रेलिया में मौजूदा सीरीज में भारत ने शुरुआत जीत से की लेकिन बाद में टीम इंडिया उस प्रदर्शन को बरकरार नहीं रख सकी और सीरीज गंवा बैठी. भारत के पास दो साल बाद अपने घर में ऑस्ट्रेलिया से हार का हिसाब बराबर करने का सुनहरा मौका होगा.
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‘मैं अपने शरीर से लड़ नहीं सकता था’
सिडनी में खेले गए आखिर टेस्ट में कप्तान जसप्रीत बुमराह पीठ में जकड़न के बावजूद अगर गेंदबाजी करने की स्थिति में होते तो 162 रन का लक्ष्य मुश्किल हो सकता था. लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर इस स्कोर का बचाव करना लगभग असंभव था. बुमराह को पांच मैच में 32 विकेट चटकाने के लिए सीरीज का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया लेकिन भारत के लचर प्रदर्शन के लिए यह कोई सांत्वना की स्थिति नहीं थी. बुमराह ने हार के बाद दूसरी पारी में गेंदबाजी करने में असमर्थता पर कहा, ‘यह थोड़ा निराशाजनक है लेकिन कभी-कभी आपको अपने शरीर का सम्मान करना होता है. आप अपने शरीर से नहीं लड़ सकते. निराशाजनक, शायद सीरीज के सबसे अच्छे विकेट पर गेंदबाजी करने से चूक गया.’
बुमराह की गैरमौजूदगी में प्रसिद्ध कृष्णा (65/3) और मोहम्मद सिराज (69/1) मेजबान टीम के बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे जबकि कप्तान की भूमिका निभा रहे विराट कोहली ने इन्हीं दोनों तेज गेंदबाजों पर भरोसा बरकरार रखा. कुछ सफलताओं के बावजूद कृष्णा और सिराज ने कई खराब गेंदें फेंकी जिससे मेजबान टीम ने सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (41), ट्रेविस हेड (नाबाद 34) और पदार्पण करने वाले ब्यू वेबस्टर (नाबाद 39) की पारियों की बदौलत 27 ओवर में 4 विकेट पर 162 रन बनाकर जीत दर्ज की. इसके साथ ही बुमराह पर भारत की अति निर्भरता भी उजागर हुई.
बुमराह की गैरमौजूदगी में हार तय था
सुबह के वार्म-अप सत्र के दौरान बुमराह ने गेंदबाजी का प्रयास किया लेकिन वह सहज महसूस नहीं कर रहे थे और उनकी अनुपलब्धता से तय हो गया था कि भारत के लिए छोटे लक्ष्य का बचाव करना असंभव होगा. इससे पहले स्कॉट बोलैंड (45/6) और कप्तान पैट कमिंस (44/3) ने दूसरी पारी में भारत को 39.5 ओवर में सिर्फ 157 रन पर ढेर कर दिया. अगर ऋषभ पंत के 61 और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के 22 रन को निकाल दिया जाए तो अन्य 9 खिलाड़ियों ने सामूहिक रूप से 74 रन का योगदान दिया. यह सीरीज भारतीय क्रिकेट जगत के उन अधिकारियों को काफी सोचने को मजबूर करेगी जिन पर देश की टीम को व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी है. नीतीश रेड्डी ने प्रतिभा की झलक दिखाई है. रेड्डी की गेंदबाजी अगर बेहतर होती है तो भारत को घरेलू मैदान पर अच्छी पिचों पर तीन स्पिनरों के साथ खेलने का मौका मिलेगा.
Tags: Border Gavaskar Trophy, IND vs AUS
FIRST PUBLISHED : January 5, 2025, 11:24 IST