गुजरात के वडोदरा में तेज बारिश के चलते जलभराव की समस्या हो गई है। मौसम विज्ञान केंद्र अहमदाबाद ने राज्य के अन्य हिस्सों के लिए बारिश के अनुमान भी लगाए हैं।
गुजरात के वडोदरा में भीषण बारिश के चलते शहर के अलग-अलग हिस्सों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। न्यूज ऐजेंसी एएनआई द्वारा शेयर की गई वीडियो में सड़कों और गलियों में कारों, बाइकों को डूबा हुआ देखा जा सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र, अहमदाबाद के अनुसार गुजरात और सौराष्ट्र-कच्छ वाले इलाके में मानसून के तेज होने की संभावना बनी रहेगी। सौराष्ट्र के भावनगर में अलग-अलग जगहों पर तेज बारिश दर्ज की गई है। इसके साथ ही कच्छ के इलाके में बारिश नहीं दर्ज हुई है। तेज बारिश वाले इलाकों में 30-40 किमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं भी चलती पाई गईं।
30 सितंबर को हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। गुजरात के इन इलाकों में मेहसाना, गांधीनगर, अरावली, खेड़ा, अहमदाबाद, आनंद पंचमहल, वडोदरा, नर्मदा, भरुच, सूरत, दुर्ग, तापी, नवसरी जैसे इलाके शामिल हैं। वहीं सौराष्ट्र के तमाम हिस्सों में जैसे राजकोट, जामनगर, जूनागड, अमरेली, भावनगर, मोरबी, द्वारका, जाएगी। 2 अक्टूबर से 5 अक्टूबर के बीच दक्षिण गुजरात के जिलों जैसे सूरत, तापी, नवसारी, वलसाड में हल्की से मध्यम बारिश देखी जा सकती है। साथ ही इन इलाकों में हल्की गरज वाले बादल भी देखने को मिलेंगे। बाकी हिस्सों में सूखा रहने की संभावना जताई गई है। बारिश वाले इलाकों में 30-40 किलोमीटर से हवाएं चलने का अनुमान है।
आपको बता दें कि गुजरात में भीषण बारिश के चलते राज्य के सड़क और वन विभाग की 3610 किमी लंबाई की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। इसके बाद सरकार द्वारा वडोदरा-वापी, राजकोट-जेतपुर, चिलोड़ा-हिम्मतनगर तथा अन्य सड़कों में मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया गया था। इसके लिए भूपेंद्र पटेल ने युद्धस्तर पर कार्य करके फिर से सड़कों को आवागमन के योग्य बनाने के दिशानिर्देश दिए थे।