मेरठ: शासन के निर्देशानुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकारी और कर्मचारी जल्द ही पशुओं की जनगणना के लिए घर-घर दस्तक देंगे. यह प्रक्रिया 1 सितंबर 2024 से शुरू होगी और इसे पूरा करने के लिए कुल चार महीने का समय निर्धारित किया गया है. मेरठ के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र कुमार शर्मा ने लोकल-18 से विशेष बातचीत के दौरान यह जानकारी दी.
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र शर्मा ने बताया कि पशुओं की जनगणना बहुत महत्वपूर्ण है. इससे विभाग को यह जानकारी मिलती है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कुल कितने पशु हैं. इस जानकारी के आधार पर शासन की विभिन्न योजनाओं को पशुपालकों तक पहुंचाना आसान हो जाता है. इसके अलावा, यदि किसी क्षेत्र में पशुओं में गंभीर बीमारियों का प्रकोप होता है, तो इस जनगणना के आधार पर विभाग उस क्षेत्र में आवश्यक कदम उठा सकता है. यह जानकारी टीमों को सही तरीके से तैनात करने में मदद करती है.
व्यवस्था का ढांचा
डॉ. राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक 3000 घरों के लिए एक गणनाकार नियुक्त किया जाएगा, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह संख्या 4000 घरों के लिए होगी. गणनाकारों के कार्यों की निगरानी के लिए उनके ऊपर एक सुपरवाइजर और जिला स्तर पर एक टीम बनाई जाएगी.
इस जनगणना को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए एक ऐप का उपयोग किया जाएगा, जिसे भारत सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा है. इस ऐप के माध्यम से जनगणना के आंकड़े एकत्र किए जाएंगे.
ट्रेनिंग और तैयारी
27, 28, और 29 अगस्त को वरिष्ठ अधिकारियों को जनपद से बाहर ट्रेनिंग दी जाएगी, जबकि 30 अगस्त को मेरठ जनपद में ही जनगणना में शामिल सभी लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी. इस प्रशिक्षण के बाद अधिकारी और कर्मचारी जनगणना कार्य को पूरी दक्षता के साथ पूरा करने में सक्षम होंगे.
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FIRST PUBLISHED : August 27, 2024, 16:27 IST