श्रीनगर
कक्षा पांच
की एक छात्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। इस पत्र के जरिए
छात्रा ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि प्रदेश में 4जी मोबाइल इंटरनेट सेवा को बहाल
कराया जाए। छात्रा ने कहा कि 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवा की वजह से पढ़ाई प्रभावित
हो रही है। बता दें कि लॉकडाउन के चलते सभी विद्यालय बंद हैं। बच्चे घर से ही
पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं उन्हें विद्यालयों से ऑनलाइन ही पाठ्य सामग्री भी मुहैया
कराई जा रही है। श्रीनगर के हैदरपुरा इलाके के रहने वाली हिबा का कहना है कि
विद्यालय से भेजी जाने वाली पाठ्यसामग्री को डाउनलोड करने में काफी वक्त लगता है।
इससे केवल वह ही नहीं बल्कि प्रदेश के सभी छात्र-छात्राएं परेशानी का सामना कर रहे
हैं। उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। 2जी मोबाइल इंटरनेट की स्पीड से बहुत परेशान हैं।
ऐसे में पढ़ाई कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है। इसलिए हमारे भविष्य को ध्यान में
रखते हुए 4जी
मोबाइल इंटरनेट सेवा को बहाल किया जाए। जम्मू-कश्मीर में हाई स्पीड मोबाइल इंटरनेट
सेवाओं को बहाल करने की मांग को लेकर साईं नाथ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और पुंछ
के मूल निवासी डॉ. शाजाद अहमद मलिक ने भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पास
एक याचिका दायर की है। इस याचिका के जरिए उन्होंने जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित
प्रदेश में हाई स्पीड मोबाइल इंटरनेट सुविधा बहाल करने की मांग की है। साथ ही
एनएचआरसी से सरकारी स्वामित्व वाली दूरसंचार कंपनी, बीएसएनएल को अपनी नीति को सार्वजनिक करने का
निर्देश देने का आग्रह किया है।
जे-के: छात्रा ने पीएम मोदी को लिखा पत्र- पढ़ाई नहीं हो पा रही, 4जी इंटरनेट सेवा बहाल करवाएं

