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क्या इंडिया गठबंधन की ओर से जनता दल यूनाइटेड के प्रमुख नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री का पद ऑफर किया गया? इन दिनों इस सवाल पर बहस छिड़ी हुई है। दरअसल, जदयू नेता केसी त्यागी ने दावा किया था कि नीतीश को इंडिया गठबंधन की ओर से पीएम पद की पेशकश की गई। अब कांग्रेस की ओर से इसका जवाब दिया गया है। शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है।’
केसी त्यागी ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘राजनीति का खेल ऐसा है कि जिन लोगों ने नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का राष्ट्रीय संयोजक बनाने से इनकार कर दिया, अब वे नीतीश को पीएम बनाने की पेशकश कर रहे हैं।’ जेडीयू के सीनियर नेता ने कांग्रेस और दूसरे दलों पर नीतीश कुमार के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने यह साफ तौर पर कहा कि उनकी पार्टी इंडिया अलायंस में वापस नहीं लौटेगी। मालूम हो कि 12 सीटों के साथ नीतीश कुमार की जदयू एनडीए गठबंधन में भाजपा की अहम सहयोगी के रूप में उभरी है।
नीतीश पर बढ़ गई NDA की निर्भरता
इस बीच, बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री का एक बड़ा पोस्टर लगाया गया है, जिसके साथ ‘टाइगर जिंदा है’ लिखा है। पोस्टर पर लिखे संदेश से यह स्पष्ट होता है कि मतदाताओं के बीच नीतीश कुमार की लोकप्रियता अब भी बरकरार है। पार्टी नेताओं के एक वर्ग की राय है कि नीतीश कुमार को टाइगर कहना पूरी तरह से उचित है, क्योंकि यह साबित हो गया है कि उनका जादू बरकरार है। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में राजग को अपने राजनीतिक समीकरणों को साधने में जदयू की जरूरत है। हालांकि, बिहार में NDA के दोनों सहयोगी दलों भाजपा और जदयू ने 12-12 सीटें जीतीं है लेकिन भाजपा को केंद्र में सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीट नहीं मिली हैं। इसके चलते राजग के सहयोगी दलों पर निर्भरता बढ़ गई है।