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Friday, July 5, 2024

पुणे पोर्श कांड के रईसजादे के पिता को जमानत, बड़ी राहत के बावजूद जेल में ही कटेगी रात; जानें क्यों

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Pune Porsche case: पुणे पोर्श कांड के आरोपी किशोर के पिता और दादा को आज कोर्ट ने जमानत दे दी। उन पर अपने परिवार के ड्राइवर का अपहरण करने और उसे गलत तरीके से कैद का मामला दर्ज था। मामले में फैसला सुनाते हुए अदालत ने कहा कि किशोर के दादा भले ही जेल से रिहा हो जाएंगे लेकिन, उसके पिता को जेल में ही रहना होगा। आरोपी के पिता पर खून के अदला-बदली करने में मिली-भगत के आरोप हैं।

मंगलवार को पुणे पोर्श दुर्घटना के आरोपी किशोर के पिता विशाल अग्रवाल और दादा को एक मामले में जमानत दे दी। उन पर परिवार के ड्राइवर के अपहरण और गलत तरीके से कैद करने का आरोप था। कोर्ट से जमानत आदेश पारित होने के बाद किशोर के दादा सुरेंद्र कुमार अग्रवाल जल्द ही रिहा हो जायेंगे। हालांकि, नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल न्यायिक हिरासत में रहेंगे क्योंकि, पुलिस को खून की अदला-बदली मामले में अपने दस्तावेज जमा करने हैं।

पुणे पुलिस ने दावा किया है कि 19 मई की आधी रात को दुर्घटना के बाद सुरेंद्र कुमार अग्रवाल ने ड्राइवर का अपहरण कर लिया था और उसे अपने बंगले में ले गए थे। पुलिस के मुताबिक, ”उस रात ड्राइवर कल्याणीनगर स्थित अग्रवाल के घर पर रुका था। उसके बाद क्राइम ब्रांच ने कोर्ट को बताया कि उसकी पत्नी और बच्चों को भी यहीं लाया गया था। इस संबंध में क्राइम ब्रांच ने अग्रवाल के घर के सीसीटीवी फुटेज की जांच की थी। बंगले में तलाशी अभियान भी चलाया गया।”

हालांकि बचाव पक्ष के वकील प्रशांत पाटिल ने अदालत को बताया कि ड्राइवर खुद ही बंगले पर आया था। इसके साथ ही पाटिल ने कोर्ट को बताया कि मॉब लिंचिंग के डर से ड्राइवर उस रात अपने परिवार के साथ अग्रवाल के बंगले पर रुका था। अपहरण के मामले में न्यायिक हिरासत मिलने के बाद सुरेंद्र कुमार अग्रवाल को जमानत मिल गई।

जेल में कटेगी किशोर के पिता की रातें

इस बीच, विशाल अग्रवाल को भी इस मामले में जमानत मिल गई है, लेकिन खून की अदला-बदली मामले में उनकी हिरासत जारी रहेगी। पहले के एक मामले में जमानत हासिल करने के बावजूद, विशाल अग्रवाल तीन अन्य चल रहे मामलों के कारण यरवदा सेंट्रल जेल में ही रहेंगे। विशाल अग्रवाल पर एक मामला सबूतों से छेड़छाड़ से संबंधित है। जिसमें आरोप है कि शराब का पता लगाने से बचने के लिए नाबालिग के खून के नमूने को उसकी मां के साथ बदल दिया गया था।



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