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कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में अगले सप्ताह होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं जाएंगे। अब भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एससीओ शिखर सम्मेलन तीन और चार जुलाई को होगा और इस दौरान क्षेत्रीय सुरक्षा हालात और संपर्क एवं व्यापार को बढ़ावा देने के तरीकों पर मुख्य रूप से चर्चा होने की उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘एससीओ शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे।’’ शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान में हालात, यूक्रेन में जारी युद्ध और एससीओ सदस्य देशों के बीच समग्र सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा होने की उम्मीद है।
एससीओ में भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान सदस्य हैं। यह एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा समूह है, जो सबसे बड़े अंतरक्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के तौर पर उभरा है। एससीओ शिखर सम्मेलन में आमतौर पर भारत की ओर से प्रधानमंत्री हिस्सा लेते हैं।
एससीओ शिखर सम्मेलन के मेजबान देश कजाखिस्तान के राष्ट्रपति कासिम जोमार्त तोकायेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टेलीफोन करके एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अस्ताना आमंत्रित किया था। उन्होंने दुनिया में सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सफल संचालन और ऐतिहासिक तौर पर तीसरी बार लगातार प्रधानमंत्री निर्वाचित होने पर मोदी को बधाई भी दी थी।