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पवन कल्याण तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के टॉप सितारों में से एक हैं। वह एक उत्साही राजनेता भी हैं, जो 2024 में मिशन पर हैं। पवन कल्याण जनसेना पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। उन्होंने आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव 2024 के लिए चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी और भाजपा के साथ गठबंधन बनाया है। वह कहते हैं कि गठबंधन के सहयोगियों को सभी मुद्दों पर सहमत होना जरूरी नहीं है। लेकिन टीडीपी, भाजपा और जनसेना के लिए कॉमन टारगेट जगन मोहन रेड्डी और वाईएसआरसीपी को सत्ता से हटाना है। हिंदुस्तान टाइम्स ने पवन कल्याण से एक्सक्लूसिव बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कई सारे जरूरी सवालों के जवाब दिए।
चुनाव में किन मुद्दों पर दे रहे जोर?
इसके जवाब में पवन कल्याण ने कहा, ‘हम आंध्र प्रदेश में लोकतंत्र बहाल करना चाहते हैं। जगन मोहन रेड्डी वन-मैन रूल की तरह शासन कर रहे हैं। वह संस्थानों को नष्ट कर रहे हैं और प्रतिशोध की राजनीति में लगे हुए हैं। हम नागरिकों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता और मौलिक अधिकारों की रक्षा करना चाहते हैं। आखिर राज्य में 30,000 लापता महिलाओं की जिम्मेदारी कौन लेगा। हम आंध्र प्रदेश के ब्रांड को फिर से जिंदा करना चाहते हैं। साथ ही संतुलित विकास और कल्याण सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करना है। हमारा मकसद राज्य में मजबूत कानून और व्यवस्था सुनिश्चित करना है।’
क्या YSRCP सरकार विफल रही?
पवन कल्याण ने कहा, ‘वाईसीपी सरकार की 3 सबसे बड़ी विफलताएं हैं। सबसे पहले तो आंध्र प्रदेश के युवाओं को जनसांख्यिकीय आपदा में धकेल दिया गया है। यहां बेरोजगारी बहुत ज्यादा है और राज्य ड्रग कैपिटल में बदल गया है।’ उन्होंने कहा कि अपराध दर में वृद्धि हुई है। सरकार ने आंध्र प्रदेश के युवाओं की रचनात्मकता और महत्वाकांक्षा को मात्र 5,000 रुपये के स्वैच्छिक काम तक सीमित कर दिया है। यह तो नरेगा की दैनिक मजदूरी से भी कम है। पीके ने कहा, ‘सरकार ने शराब पर प्रतिबंध लगाने के बजाए एकाधिकार करके महिलाओं को धोखा दिया है। जगन ने लाखों लोगों के जीवन की कीमत पर 41,000 करोड़ रुपये की संपत्ति बनाई। इतना नहीं, जगन ने राज्य में अराजकता और भय का माहौल बना दिया है।’
चुनावी नतीजों को लेकर क्या अनुमान है?
पवन कल्याण ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमारा गठबंधन आंध्र प्रदेश में जीत रहा है। केंद्र में फिर से एनडीए की सरकार आ रही है। हम सरकार बनाने वाले हैं। वाईसीपी के विरोध में कोई खामोश लहर नहीं, बल्कि जोरदार हवा है। लोग 13 मई को भारी संख्या में बाहर निकलेंगे और आंध्र प्रदेश में वाईसीपी के फैन को स्विच ऑफ कर देंगे।