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गोल्डन टेंपल में योग को लेकर शुरू हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर अर्चना मकवाना ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके कहा था कि उनके माफी मांगने के बाद भी उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही हैं। इस पर शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक समिति ने सोमवार को आरोप लगाया कि सिख धर्म को बदनाम करने की कोशिशें हो रही हैं। समिति ने अर्चना मकवाना के बारे में कहा कि उन्हें मिल रहीं कथित धमकियों के बारे में पुलिस से शिकायत करनी चाहिए।
एसजीपीसी महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि सिख धर्म में हमेशा महिलाओं का सम्मान किया जाता है। उन्होंने कहा कि एक तरफ मकवाना माफी मांग रही हैं और दूसरी तरफ वह आरोप लगा रही हैं कि उन्हें धमकियाँ मिल रही हैं। ऐसे आरोप लगाने के बजाय उन्हें पुलिस में शिकायत करनी चाहिये।उन्होंने कहा कि अब तक यह स्पष्ट हो चुका है कि वह मंदिर में दर्शन करने या पूजा-अर्चना करने नहीं अपनी तस्वीरें खिंचवाने आई थीं ताकि प्रचार मिल सके।
क्या है मामला
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर अर्चना मकवाना ने इंटरनेशनल योग दिवस पर अमृतसर के गोल्डन टेंपल में जाकर योग किया था जिस पर समिति ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद अर्चना ने वहां से आकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी तमाम योग करते हुए तस्वीरें पोस्ट कर दी थीं। समिति ने उनके खिलाफ एक एफआईआर दर्ज करवाते हुए कहा था कि वे यहां पर माथा टेकने नहीं आई थी बल्कि केवल और सोशल मीडिया पर अपना प्रचार करने के लिए आई थीं। समिति ने उस समय पहरेदारी कर रहे तीन सेवादारों को हटा भी दिया था। विवाद के बढ़ने के बाद अर्चना मकवाना ने माफी भी मांग ली थी।
रविवार को मकवाना ने वडोदरा पुलिस को धन्यवाद देते हुए कहा था कि उनकी तरफ से माफी मांग लेने के बाद भी उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। वडोदरा पुलिस का धन्यवाद कि उन्होंने मुझे सुरक्षा मुहैया कराई।