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Kanhaiya Kumar: जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को कांग्रेस पार्टी इस लोकसभा चुनाव में दिल्ली की एक सीट से उम्मीदवार बना सकती है। इसकी पुष्टि अब कांग्रेस के सूत्र भी करने लगे हैं। कन्हैया कुमार 2019 में बिहार की बेगुसराय लोकसभा सीट से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के टिकट पर केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। इसमें उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में यह सीट फिर एकबार लेफ्ट के खाते में गई है, लेकिन कन्हैया कुमार कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं।
सूत्रों के मुताबिक, कन्हैया कुमार को चुनाव लड़ाने को लेकर बुधवार शाम को पार्टी के वरिष्ठम नेतृत्व की अध्यक्षता में एक बंद कमरे में हुई बैठक में चर्चा हुई। आपको बता दें कि वह वर्तमान में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के प्रभारी हैं।
सूत्र ने कहा, “पार्टी आलाकमान ने दिल्ली और हरियाणा के प्रभारी दीपक बाबरिया, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और कन्हैया कुमार के साथ बुधवार की शाम इस मामले पर चर्चा की। पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व ने चर्चा के दौरान कन्हैया कुमार के चुनाव लड़ने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि वह दिल्ली की किसी सीट से चुनाव लड़ें।”
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को होने वाली कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इस मुद्दे पर अंतिम चर्चा होगी। इस दौरान हरियाणा, पंजाब और कुछ अन्य राज्यों की लोकसभा सीटों पर भी चर्चा होगी।
आपको बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा हुआ है। इसके तहत आप पूर्वी, दक्षिणी, पश्चिमी और नई दिल्ली लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस को उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व और चांदनी चौक सीट मिली है। भाजपा ने सभी सात सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजूदा भाजपा सांसद मनोज तिवारी को फिर एकबार उम्मीदवार बनाया गया है। दिल्ली के बाकी सभी छह सांसदों को इस चुनाव में टिकट से महरूम कर दिया गया है।
कांग्रेस के एक नेता ने कहा, “कन्हैया कुमार को चुनावी मैदान में उतारने से निकट भविष्य में शहर में बसे पूर्वांचल के लोगों के साथ कांग्रेस पार्टी तालमेल बिठा सकती है।”
कांग्रेस सूत्र ने यह भी कहा कि, “पार्टी की दिल्ली इकाई के साथ-साथ स्क्रीनिंग कमेटी के कुछ नेताओं ने संभावित ध्रुवीकरण का हवाला देते हुए कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी पर आपत्ति व्यक्त की है।”