मध्य प्रदेश के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण गुजरात के सरदार सरोवर बांध का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है। शनिवार को डैम का जलस्तर 136.43 मीटर पर पहुंच गया। सरदार सरोवर डैम पूरा भरने से सिर्फ दो मीटर दूर है। बांध से करीब साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के साथ ही भरूच जिले के अधिकारियों ने नर्मदा नदी के किनारे बसे गांवों के साथ ही निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड (SSNNL) के अधिकारियों ने बताया कि नर्मदा जिले के केवाडिया में स्थित सरदार सरोवर बांध का जलस्तर 136.43 मीटर पहुंच गया है, जो मौजूदा सत्र में सबसे ज्यादा है। बांध की पूर्ण भंडारण क्षमता 138.68 मीटर है। एसएसएनएनएल के मुताबिक, सरदार सरोवर बांध में औसतन 4.37 लाख क्यूसेक से अधिक पानी का प्रवाह हुआ है, जिसके कारण लगभग 3.45 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इस बारे में बात करते हुए भरूच के जिलाधिकारी ने शुक्रवार रात ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में नर्मदा नदी के पास निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से एहतियाती कदम उठाने का अनुरोध किया, क्योंकि बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नदी का जल स्तर बढ़ गया। जिलाधिकारी तुषार सुमेरा ने कहा कि इस समय सरदार सरोवर बांध से नर्मदा नदी में 3.25 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है और नर्मदा 20.20 फुट के स्तर पर बह रही है, जो चेतावनी स्तर (22 फीट) के करीब है। इसलिए निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों से अनुरोध है कि वे सावधान रहें।
सरदार सरोवर परियोजना भारत की सबसे बड़ी जल संसाधन परियोजनाओं में से एक है, जो चार प्रमुख राज्यों-महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में पानी की आपूर्ति करती है। यह परियोजना गुजरात में 18.5 लाख हेक्टेयर भूमि और राजस्थान में 2.4 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई में मदद करती है। इतना ही नहीं, इस बांध की वजह से तीन करोड़ लोगों को पीने का पानी मिलता है। लेकिन पानी का स्तर लगातार बढ़ने की वजह से आसपास के इलाकों में डूब का खतरा नजर आ रहा है।