अंकुर सैनी/सहारनपुर: सहारनपुर का एक किसान गाय के गोबर का इस्तेमाल कर दंत मंजन तैयार कर रहा है. किसान का कहना है कि लोग सिर्फ गाय से दूध लेना पसंद करते हैं और जब गाय दूध देना बंद कर देती है, तो उसको सड़कों पर आवारा घूमने के लिए छोड़ देते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है गाय के गोमूत्र और गोबर का इस्तेमाल कर भी बहुत कुछ तैयार किया जा सकता है. विधानसभा बेहट के नुनिहारी के रहने वाले किसान सुरेंद्र कुमार गौ विज्ञान केंद्र नागपुर से ट्रेनिंग लेकर आए हैं. इसके बाद उन्होंने गाय के गोबर का इस्तेमाल कर दंत मंजन तैयार किया है. किसान का कहना है कि इस दंत मंजन से दांतों की मजबूती, मुंह की बदबू दूर होती है. जो एक बार इसको इस्तेमाल कर लेता है वह बार-बार यही से ही ले जाता है.
गोबर सहित 8 जड़ी बूटियों से तैयार होता है यह दंत मंजन
किसान सुरेंद्र कुमार बताते हैं कि गौ विज्ञान केंद्र नागपुर से ट्रेनिंग लेने के बाद उन्होंने गाय के गोबर सहित 8 जड़ी बूटियां मिलकर दंत मंजन तैयार किया है. गाय के गोबर को सूखने के बाद कोयला और राख के रूप में तैयार किया जाता है. साथ ही इसमें आठ जड़ी बूटियां गेरू, 5 तरह के नमक, सत अजवाइन, सत पुदीना, कपूर, त्रुटि भस्म, नीलगिरी का तेल मिलाते हैं. यह दांतों के लिए बेहतरीन है. दांतों की मजबूती और मुंह की बदबू के लिए यह काफी अच्छा रहता है. गोबर के साथ जो राख मिलाई जाती है, उसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम होता है. सुरेंद्र कुमार ने काला और लाल दो रंग के दंत मंजन तैयार किए हैं. किसान का पूरा परिवार इसी मंजन को इस्तेमाल करता है और आज तक किसी भी तरह की कोई भी परेशानी नहीं आई. इस दंत मंजन का नाम कामधेनु मंजन रखा गया है. क्योंकि यह गाय के गोबर से तैयार होता है. एग्रीकल्चर विभाग के द्वारा लगाए गए स्लॉट में किसान सुरेंद्र कुमार का यह मंजन खूब बिकता है. जो लोग एक बार खरीद कर इस्तेमाल करते हैं वह बार-बार इसी दंत मंजन को यहां से लेकर जाते हैं. वही दाम की बात करें तो मात्र 50 ग्राम ₹40 में मिल जाता है.
FIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 08:50 IST