नई दिल्ली. क्रिकेट की दुनिया पर दो दशक तक राज करने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की बात इंटरनेशनल क्रिकेट में शायद ही कोई टालता हो. उनकी बातों को लोग ध्यान सुनते हैं और सुझाव को अमल में लाने की कोशिश करते हैं. मास्टर ब्लास्टर का एक ऐसा किस्सा जब उन्होंने कोच की बात नहीं मानी थी और फिर उनको डांट खानी पड़ी. सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की हैरिस शील्ड ट्रॉफी में निभाई गई रिकॉर्ड 664 रन की साझेदारी से सभी वाकिफ हैं. इस पारी के दौरान ही कुछ ऐसा हुआ था जिसके बाद उनको सफाई देनी पड़ी.
सचिन तेंदुलकर ने स्कूल क्रिकेट वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया और रातोंरात मशहूर हो गए. साल 1988 में संत जेवियर्स स्कूल के खिलाफ शारदाश्रम विद्यामंदिर स्कूल की तरफ से खेलते हुए सचिन तेंदुलकर ने विनोद कांबली के साथ मिलकर 664 रन की अटूट साझेदारी निभाते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. सचिन ने 326 रन जबकि कांबली ने नाबाद 349 रन की पारी खेली थी. इस पारी को खेलने की इजाजत कोच की तरफ से नहीं दी गई थी. सचिन तेंदुलकर मैच में शारदाश्रम विद्यामंदिर के कप्तान था और पारी घोषित करने की जगह बल्लेबाज करते रहे.
हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए सचिन ने इस खास मैच से जुड़ी कुछ बातों का खुलासा किया था. उन्होंने बताया, हमारा मन बल्लेबाज करते जाने का था. पारी के दौरान असिस्टेंट कोच लक्ष्मण चौहान हमें कई बार संदेश देने की कोशिश की. कोच रमाकांत आचरेकर कर ने पारी घोषित करने कहा है. हम बल्लेबाजी करते जा रहे थे और किसी भी मैसेज का जवाब ही नहीं दे रहे थे. जब हम लंच के लिए गए तो लक्ष्मण ने कहा, अब आप लोग मुश्किल में पड़ गए हैं… सर ने आपको कॉल करने के लिए कहा है.
यह बात पता चलते ही मैं और विनोद इसे लेकर चर्चा करने लगे कि अब सर को कॉल कान करेगा. विनोद ने बड़ी चालाकी से यह कहते हुए कि कप्तान मैं हूं यह जिम्मेदारी मेरे उपर डाल दी. मैंने घबराते हुए कॉल बैक किया. हैलो बोला, तो सर ने कहा पारी डिक्लियर क्यों नहीं की.. मैंने सर से बताया कि विनोद ने मुझे रिक्वेस्ट किया था कि बल्लेबाजी करने दो क्योंकि वह 349 रन पर खेल रहा था. सर ने कहा उसे फोन दो और एक लाइन में कहा विनोद आप इसी वक्त पारी घोषित करने जा रहे हैं.
FIRST PUBLISHED : October 3, 2024, 17:45 IST