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Steve Waugh News: ऑस्ट्रेलिया ने पूर्व क्रिकेटर स्टीव वॉ को अहम जिम्मेदारी सौंपी है. पूर्व कप्तान को ऑस्ट्रेलिया-भारत के रिश्तों को सुधारने का अहम जिम्मेदारी सौंपा गया है. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया ने उनको सेंटर फॉर ऑ…और पढ़ें
पूर्व क्रिकेटर को मिली खास जिम्मेदारी.
हाइलाइट्स
- स्टीव वॉ को ऑस्ट्रेलिया-भारत संबंध सुधारने की जिम्मेदारी मिली.
- वॉ की नियुक्ति से दोनों देशों के रिश्ते मजबूत होंगे.
- स्टीव वॉ की लोकप्रियता से संबंधों को नई ऊंचाइयां मिलेंगी.
Steve Waugh News: ऑस्ट्रेलिया ने पूर्व क्रिकेट कप्तान स्टीव वॉ की सेंटर फॉर ऑस्ट्रेलिया-भारत रिलेशंस एडवाइजरी बोर्ड में नियुक्ति की है. गुरुवार को ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग ने यह घोषणा की. यह नियुक्ति दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है. बता दें कि सेंटर फॉर ऑस्ट्रेलिया-भारत रिलेशंस की स्थापना 2023 में ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने की थी. इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, शिक्षा, कला, विज्ञान, टेक्नोलॉजी और खेल जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना है. एडवाइजरी बोर्ड इस केंद्र के रणनीतिक लक्ष्यों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में से एक हैं. वह न केवल अपने क्रिकेट करियर के लिए जाने जाते हैं, बल्कि भारत के साथ उनके गहरे व्यक्तिगत और परोपकारी जुड़ाव के लिए भी पहचाने जाते हैं. उनकी यह नई भूमिका भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों में सांस्कृतिक, आर्थिक और खेल के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं को रेखांकित करती है.
भारत से बेहद लगाव
स्टीव वॉ की नियुक्ति से यह उम्मीद की जा रही है कि उनकी लोकप्रियता और भारत के प्रति उनकी संवेदनशीलता संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी. वॉ ने पिछले 20 वर्षों में अपनी स्टीव वॉ फाउंडेशन के माध्यम से भारत में बच्चों के लिए परोपकारी कार्य किए हैं. हाल ही में उनकी फोटोग्राफी पुस्तक ‘द स्पिरिट ऑफ क्रिकेट: इंडिया’ भी प्रकाशित हुई है, जो भारत के प्रति गहरे उनके लगाव को दर्शाती है.
दोनों देशों के रिश्ते मजबूत होंगे
स्टीव वॉ की नियुक्ति से भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों पर सकारात्मक असर पड़ने की संभावना है. क्रिकेट दोनों देशों को जोड़ने वाला एक मजबूत सेतु रहा है. वॉ और भी मजबूत कड़ी साबित होंगे. उनकी मौजूदगी से ऑस्ट्रेलियाई बिजनेस को भारत में अवसर तलाशने और भारतीय डायस्पोरा के साथ जुड़ने में मदद मिलेगी.
सांस्कृतिक समझ को बढ़ाने में मदद
यह नियुक्ति दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक समझ को गहरा करने में भी योगदान दे सकती है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ती आर्थिक साझेदारी और रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करेगा. खासकर ऐसे समय में जब भारत और ऑस्ट्रेलिया इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी भूमिका को लेकर एकजुट हैं.