पीलीभीत : वैसे तो उत्तर प्रदेश का पीलीभीत जिला जंगल से बाहर निकले बाघों के चलते सुर्खियों में बना रहता है. पीलीभीत में इंसानों और जंगली जानवरों में संघर्ष की अधिकांश घटनाएं भी बाघों और इंसानों के बीच होती हैं. लेकिन इन दिनों बाघ नहीं बल्कि हाथियों का झुंड पीलीभीत के कई गांवों के किसानों के लिए आफत का सबब बन गया है. कई इलाके में इस झुंड ने फसलों को रौंद दिया है.
दरअसल, तकरीबन एक सप्ताह से नेपाली हाथियों का झुंड भटक कर भारतीय सीमा में प्रवेश कर पीलीभीत में उत्पात मचा रहा है. सबसे पहले हाथियों के इस झुंड ने भारत में प्रवेश कर पीलीभीत टाइगर रिज़र्व की बराही रेंज में उत्पात मचाया. जिसके बाद हाथियों का यह झुंड महोफ रेंज में देखा गया. अब हाथियों का ये झुंड उत्तराखंड जीवन सीमा में दाख़िल होकर सुरई रेंज में पहुंच गया है. लेकिन बताया जाता है कि वहां बाघ से हुई मुठभेड़ के बाद ये हाथ एक बार फिर से पीलीभीत टाइगर रिज़र्व की माला रेंज में प्रवेश कर गए हैं. जिसके बाद से यह हाथियों का झुंड आबादी वाले इलाकों में विचरण करता देखा जा रहा है. पीलीभीत में हाथियों का ये झुंड किसानों के लिए आफत का सबब बनता जा रहा है.
गन्ना और गेहूं की फसलों पर संकट
हाथियों का ये झुंड लगातार किसानों की गन्ने व गेंहू की फसल को रौंद रहा है. हाथी लगातार गोयल कॉलोनी, सिरसा सरदह व नागफन इलाकों में देखे जा रहे हैं. हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज के क्षेत्रीय अधिकारी ने हाथियों की निगरानी के लिए 15 सदस्यीय टीम का गठन किया है. जानकारी के मुताबिक फिलहाल हाथियों का झुंड महोफ रेंज की सीमा में प्रवेश कर गया है.पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए माला रेंजर रॉबिन सिंह ने बताया कि हाथियों की निगरानी लगातार जारी है. इसके लिए विशेष टीम का गठन किया गया है.
FIRST PUBLISHED : January 6, 2025, 14:05 IST