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Wednesday, January 15, 2025

कुसुम सरोवर के तर्ज पर हो 500 साल पुराने गौरीशंकर मंदिर का विकास… पीलीभीत में तेज हुई मांग

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Pilibhit News : हाल ही में सामाजिक कार्यकर्ता शिवम कश्यप की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट विजयवर्धन सिंह तोमर को एक मांगपत्र सौंपा गया है. जिसमें गौरीशंकर मंदिर के भव्य द्वार पर गोवर्धन स्थित कुसुम सरोवर की तर्ज पर लाइटिंग कराने की मांग की गई है.

पीलीभीत : यूपी के पीलीभीत में बीते कुछ सालों में पर्यटन गतिविघियों में तेजी से बढोतरी दर्ज की गई है. पीलीभीत जिले में प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही साथ ऐतिहासिक धरोहरें में भी मौजूद हैं. वहीं इनमें से कई ऐतिहासिक धरोहरें पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित भी की जा रही हैं. इन्ही में से एक धरोहर को गोवर्धन स्थित कुसुम सरोवर की तर्ज पर विकसित करने की मांग उठी है. शहर के सामाजिक कार्यकर्ता ने इससे जुड़ा एक मांगपत्र सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा है.

दरअसल, पीलीभीत में खकरा नदी के किनारे मोहल्ला डालचंद में बने गौरीशंकर का मंदिर बहुत प्राचीन है. इस मंदिर में लगा शिवलिंग अपने आप में बहुत अनूठा है. इसलिए इस मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं के मन में विशेष आस्था है. सावन में मंदिर को भव्य रूप से सजाया जाता है. साथ ही बाबा गौरीशंकर की मनमोहक श्रृंगार आरती की जाती है. जिसके दर्शन पाने के लिए मंदिर में हज़ारों श्रद्धालुओं की भीड़ लग जाती है.सावन के महीने में आसपास के तमाम श्रद्धालु अलग-अलग गंगा घाटों से जल लाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं.

500 साल पुराना है मंदिर
मंदिर के महंत पं. जयशंकर शर्मा बताते हैं कि मंदिर में स्थापित शिवलिंग आज से करीब 500 साल पहले यहां रहने वाले बंजारों को मिला था. उस समय यह इलाका एक जंगल के रूप में था. बंजारों को खेती के दौरान एक शिवलिंग मिला. जिसके बाद उसी स्थान पर शिवलिंग स्थापित कर मंदिर बना दिया गया. मंदिर की प्राचीनता को देखते हुए सन् 1980 के दशक में इसे राज्य पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की संरक्षित इमारतों में शामिल कर लिया गया था. ऐसे में गौरीशंकर मंदिर धार्मिक मान्यता के साथ ही साथ ऐतिहासिक लिहाज से भी काफी अधिक महत्वपूर्ण है.

गौरीशंकर मंदिर के विकास की मांग
शहर के सामाजिक कार्यकर्ता शिवम कश्यप लंबे समय से शहर की धरोहरों को संजोने के प्रयास में जुटे हुए हैं. हाल ही में शिवम की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट विजयवर्धन सिंह तोमर को एक मांगपत्र सौंपा गया है. जिसमें गौरीशंकर मंदिर के भव्य द्वार पर गोवर्धन स्थित कुसुम सरोवर की तर्ज पर लाइटिंग कराने की मांग की गई है. शिवम का कहना है कि लाइटिंग के माध्यम से मंदिर की भव्यता तो बढ़ेगी ही वहीं पर्यटकों व श्रद्धालु भी इस ओर अधिक आकर्षित होंगे. पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए सिटी मजिस्ट्रेट विजयवर्धन सिंह तोमर ने बताया गौरीशंकर मंदिर के द्वार पर लाइटिंग कार्य की मांग का एक पत्र सामाजिक कार्यकर्ता की ओर से दिया गया था, जिसको उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है.

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