16 C
Munich
Sunday, October 27, 2024

'भोजपुरी सुपरस्टार, स्टार नहीं नचनिया हैं'…फेमस गायक भरत शर्मा का छलका दर्द

Must read


पलामू. आज के समय में भोजपुरी में फैल रही अश्लीलता भोजपुरी की परंपरा और संस्कृति को खत्म कर रही हैं. जितने भी भोजपुरी के सुपर स्टार हैं, कोई गायक नहीं हैं सब के सब नचनिया हैं. ये बातें अंतराष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध गायक भरत शर्मा ने कहीं. इतना हीं नहीं उन्होंने यह भी कहा कि ये गायक रातों रात हिट होने के लिए गानों में अश्लीलता लाते हैं.

पलामू जिले के उंटारी प्रखंड के शिव संपत धाम परिसर में 25 कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में अंतराष्ट्रीय स्तर के भजन गायक भरत शर्मा शिरकत करने पहुंचे. इस दौरान Local18 की टीम से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि वह तबसे भजन कर रहे हैं. जब  कैसेट का जमाना था. आज तो सोशल मीडिया इतना आगे बढ़ गया है कि कोई भी गीत या भजन लोगों तक तुरंत पहुंच जाता है. उन्होंने कहा कि भजन हमारे लिए बेहद जरूरी है. धरती पर जितने लोग आए हैं सभी भजन करने आए हैं. हमारा उद्देश्य है कि हम भजन करें और सनातन धर्म का प्रचार करें.

उन्होंने कहा कि पलामू में वह जीयर स्वामी जी महाराज के कार्यक्रम में आए हैं. इससे पहले भी पलामू कई बार आ चुके हैं. यहां आकर बेहद अच्छा लगता है. लोग बड़े लगाव और प्रेम से भजन का आनंद लेते हैं.  जीयर स्वामी जी जहां पहुंच जाते हैं वो अपने आप धाम हो जाता है. जिसका वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता है.

आज के स्टार हैं नचनिया
उन्होंने कहा कि आज भोजपुरी इंडस्ट्री में ऐसा परिवर्तन हो गया है कि नीचे से ऊपर तक सब नचनिया हैं. इसमें अब कोई गायक नहीं बचा है, जबकि भोजपुरी की पहचान भजन, निर्गुण और पारंपरिक गीतों से है. मगर आज के गायकों को लगता है कि पारंपरिक गीत गाने से हमें पहचान नहीं मिलेगी. इस कारण रातों रात हिट होने के लिए अश्लील गाने गाते हैं, जो नचनियों की पहचान है और नचानियों को सभ्यता संस्कृति से क्या मतलब है.

उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को भी इस ओर झुकाव हो रहा है. हालांकि आज भी कई लोग हैं जो भजन करते हैं. मगर गानों में अश्लीलता लोगों को पिच करती है. जिस कारण लोग इसे सुनते हैं, लेकिन इससे भोजपुरी की संस्कृति और सभ्यता धूमिल हो रही है. भजन भजन है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि ऐसे गानों और गायकों से बचें. मनुष्य जीवन में भजन के सिवा कोई सहारा नहीं है. भजन ही है जो मनुष्य को तारेगा, पार उतारेगा. उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि आप भजन सुने अच्छे गीत सुने. आज भी भोजपुरी में कई ऐसे पारंपरिक गीत हैं, जो हृदय को छू जाते हैं. हमें ऐसे गीत ही सुनने चाहिए.

Tags: Jharkhand news, Latest hindi news, Local18, Palamu news



Source link

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article