नई दिल्ली:
केंद्र सरकार ने ओडिशा कैडर की भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी (IAS) सुजाता आर कार्तिकेयन के सेवामुक्त (IAS Sujata R Karthikeyan VRS) होने की अपील को मंजूर कर लिया है. सुजाता ने दो हफ्ते पहले ही वीआरएस लेने का फैसला लिया था. वह ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के सहयोगी वीके पांडियन की पत्नी हैं. एक वक्त था जब ओडिशा में उनकी तूती बोलती थी. शिक्षा और खेल में बड़े नीतिगत बदलावों की वजह से उनको जाना जाता है. वह लंबे समय तक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में काम करती रही हैं.
कौन हैं सुजाता कार्तिकेयन?
माओवादी प्रभावित सुंदरगढ़ जिले में कलेक्टर रहते सुजाता कार्तिकेयन ने 10वीं की छात्राओं के लिए साइकिल देने वाली स्कीम शुरू करवाई थी. उनके इस कदम के बाद ओडिशा में स्कूल जाने वाली लड़कियों की तादात काफी बढ़ गई थी. ओडिशा के माओवादी इलाकों में लोगों को नक्सलियों के प्रभाव से बचाने के लिए उन्होंने फुटबॉल जैसे खेलों को भी प्रमोट किया. इसके साथ ही उन्होंने हॉकी में रुचि रखने वाले लड़के-लड़कियों के हॉस्टल बनवाए.
इस वजह से लिया VRS
आईएएस अधिकारी सुजाता कार्तिकेयन वित्त विभाग में विशेष सचिव हैं. उन्होंने निजी कारणों से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था. कार्तिकेयन के पति वी के पांडियन ने भी अक्टूबर 2023 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्राप्त कर ली थी और पटनायक की अध्यक्षता वाले बीजद में शामिल हो गए थे.
कटक जिले की पहली महिला कलेक्टर
सुजाता कार्तिकेयन कटक जिले की पहली महिला कलेक्टर थीं. उसके बाद उन्होंने राज्य सरकार में समाज कल्याण निदेशक के पद पर सेवाएं दीं. उन्होंने कई सालों तक नवीन पट नायक सरकार की ‘मिशन शक्ति’ पहल का नेतृत्व भी किया, इस पहल से 70 लाख महिलाओं को जोड़ा गया था. साल 2006 में उन्होंने सुंदरगढ़ के सभी सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील में अंडे शामिल करने की शुरुआत की. इसका उद्घाटन नवीन पटनायक ने किया था. जिसके बाद इसे पूरे राज्य में लागू कर दिया गया था.
टॉपर, गोल्ड मेडिलिस्ट हैं IAS अधिकारी
लेडी श्री राम कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रैजुएट और दिल्ली यूनिवर्सिटी की टॉपर सुजाता कार्तिकेयन 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में मास्टर्स किया है. विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में मास्टर डिग्री भी है. वह आईएएस एकेडमी की भी गोल्ड मेडिलिस्ट हैं.
6 महीने की छुट्टी पर थीं IAS सुजाता
सुजाता ने 2024 के आम चुनाव के तुरंत बाद छह महीने की छुट्टी के लिए आवेदन किया था. वह 31 मई से छह महीने की छुट्टी पर हैं. मंगलवार को उनकी छुट्टी खत्म हो गई थी. सामान्य प्रशासन और लोक शिकायत विभाग ने इस साल 7 जून को कार्तिकेयन को 10वीं कक्षा की परीक्षा दे रही अपनी बेटी की देखभाल के लिए 6 महीने की सीसीएल को मंजूरी दी थी.