सुमित राजपूत/नोएडा: दुनिया में ऐसा कोई पेरेंट्स नहीं होगा, जो न चाहें कि उनके बच्चे उनका नाम रोशन करें. कोई पेरेंट्स समाज या अपने आस पास किसी ऐसे बच्चे को देखते हैं, जिसने दुनिया में अपना और पेरेंट्स का बहुत कम उम्र में नाम रोशन किया है, तो सोचते हैं काश हमारा बच्चा भी ऐसा ही होता.
अगर, आपको भी चाहिए ऐसे आईक्यू वाला बच्चा तो जानें उन सक्सेस बच्चों की मां और एक्सपर्ट डॉक्टर से जानें डिलेवरी से पहले गर्भवती महिलाएं क्या करें. किस तरह आप एक स्वस्थ्य शरीर के साथ अच्छा आईक्यू वाले बच्चे को जन्म दे सकती हैं.
रनवीर की मां ने बताई खास बातें
हम सब जानते हैं कि हमारे गांव, पड़ोस या रिश्तेदार में जब कोई बच्चा कम उम्र में ही बहुत कुछ हासिल करके दुनिया को चकित करता है, तो हम भी सोचते हैं कि हमारे परिवार में भी ऐसा ही एक बालक हो. क्या वाकई ऐसे खास बच्चों की मां खास होती है. इसके बारे में हमने दुनिया में नाम रोशन करने वाले रनवीर टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर बोलने वाले विश्व के सबसे युवा TEDx स्पीकर की मां से बात की.
हर पेरेंट्स का होता है सपना
उन्होंने बताया कि हर पेरेंट्स का ये सपना होता है, लेकिन अगर मैं कुछ शब्दो में अपनी बात को कहूं, तो यही होगा कि आफ्टर कंसीव हमेशा अपने अंदर पॉजिटिव थिंकिंग रखें, जितना हो सके अच्छा पढ़ें. अच्छा खाएं और अच्छा देखें. आफ्टर बोर्न बेबी बच्चे को समय दें. मेरे से ज्यादा मेरे बच्चे का हर मूमेंट्स पर उसके पिता ने साथ दिया है. बच्चा किस चीज में रुचि रखता है. उसके लिए बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराएं.
एक्सपर्ट डॉक्टर ने बताई खास बातें
वहीं, इस बारे में हमने एक्सपर्ट एमबीबीएस एमएस गायनो डॉ. मीरा पाठक से बात कि तो उन्होंने बताया कि हर पेरेंट्स का सपना उनके बच्चे को लेकर यही होता है. बच्चा होशियार हो, बुद्धिमान हो सर्वगुण संपन्न हो. बच्चों का 80 प्रतिशत दिमाग का विकास गर्भावस्था में होता है. कह सकते हैं कि दिमाग की नींव उसी समय रखी जाती है.
ब्रेन हेल्थ को लेकर कराएं जांच
इस समय हम कुछ चीजों का ध्यान रखें तो हम ब्रेन हेल्थ के साथ उसकी इंटेलिजेंस को इंप्रूव कर सकते हैं. बता दें कि आफ्टर कंसीब शुरुआती जांच होती है, जो बच्चे के ब्रेन हेल्थ को लेकर जरूर कराएं, ताकि समय रहते उसको ठीक किया जा सके. वहीं, डाइट में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के साथ विटमिन वाली चीजों को जरूर शामिल करें.
इस समय मोबाइल से दूर रहें महिलाएं
इसके साथ ही थाली में लाल, पिला, सफेद, हरे रंग वाली सब्जियों को जरूर एड करें. साढ़े चार महीने के बाद मां को एक शांत माहौल चाहिए. इस दौरान मोबाइल से दूर रहते हुए, एक्सरसाइज जरूर करें.
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FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 13:30 IST