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Noida News ग्रेटर नोएडा वेस्ट की आम्रपाली रिवर व्यू सोसाइटी के निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि बिल्डर ने वादे पूरे नहीं किए, दीवारें टूटी हैं, पार्क अधूरा है, औ…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- सोसाइटी निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया.
- मूलभूत सुविधाओं की कमी से निवासियों में आक्रोश.
- दीवारों में दरारें, पार्क और हरियाली की कमी.
नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के आम्रपाली रिवर व्यू सोसाइटी के लोगों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब सैकड़ों निवासी सड़कों पर उतरकर बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इसमें बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल थे, जिन्होंने एनबीसीसी और सीआर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां, बैनर और काली पट्टियां बांधकर विरोध जताया. इन लोगों का आरोप है कि उन्हें सोसाइटी में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं और बिल्डर बगल में दूसरा प्रोजेक्ट बना रहा है.
दीवारों में जगह-जगह दरारें
सोसाइटी निवासी मृत्युंजय शर्मा, अनिल दास, रोहित सिसोदिया, शेखर शर्मा, सुमित महेश्वरी, भानु, नितिन कुमार ने बताया कि सोसाइटी में इस्तेमाल की गई निर्माण सामग्री बेहद घटिया क्वालिटी की है, जिससे दीवारों में जगह-जगह दरारें आ रही हैं. बारिश के मौसम में हालत और भी खराब हो जाती है. ओपन लॉबी से लिफ्ट शाफ्ट में पानी भर जाता है, जिससे लिफ्ट के इलेक्ट्रॉनिक पैनल खराब हो जाते हैं और किसी बड़े हादसे का खतरा बना रहता है.
लोगों का आरोप है कि सोसाइटी में न बच्चों के खेलने के लिए पार्क है, न ही कोई हरियाली. पूरी सोसाइटी में एक भी पेड़ नहीं लगाया गया, जिससे वातावरण और जीवन दोनों प्रभावित हो रहे हैं. लोग चाहते हैं कि पोडियम एरिया में एक ग्रीन ज़ोन बनाया जाए ताकि बच्चे सुरक्षित और हरियाली भरे वातावरण में खेल सकें. क्लब हाउस के नाम पर अब तक कोई सुविधा नहीं दी गई है, जबकि निर्माण कार्य पूरा हुए वर्षों बीत चुके हैं.
इस बिल्डर को मिला सीधा फायदा
मरम्मत और रखरखाव के मामलों में भी एनबीसीसी की लापरवाही लगातार सामने आ रही है. इसी कारण से लोगों ने डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड को एक साल और बढ़ाने की मांग की है. आरोप है कि NBCC और CR ने जानबूझकर गौर बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए रिवर व्यू सोसाइटी से जुड़े संसाधन उसे सौंप दिए. यह सीधा-सीधा सोसाइटी के बायर्स के साथ धोखा है. अगर समय पर कदम नहीं उठाया गया तो सोसाइटी वासियों का आक्रोश लगातार जारी रहेगा और हम इसी तरह सड़क पर उतरते रहेंगे.