वर्ष 2000, 2005, 2009, 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में खूंटी से लगातार पांच बार विधायक चुने गए बीजेपी नेता नीलकंठ सिंह मुंडा ने इस बार 42,053 वोटों के अंतर से झामुमो उम्मीदवार सूर्या मुंडा के हाथों यह सीट गंवा दी।
बीजेपी के टिकट पर घाटशिला सीट से किस्मत आजमाने वाले बाबूलाल सोरेन (चंपई सोरेन के बेटे) और पोटका से मैदान में उतरी मीरा मुंडा (पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी) को भी हार का सामना करना पड़ा।
बाबूलाल को जेएमएम के रामदास सोरेन ने 22,446 वोटों से शिकस्त दी। वहीं, मीरा को जेएमएम उम्मीदवार संजीब सरदार ने 27,902 वोटों के अंतर से हराया।