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Saturday, October 5, 2024

23 रन पर 6 विकेट खोकर गंवाया मौका, हाथ में आने वाली थी ट्रॉफी तभी शम्स ने कर दिया खेल, सरफराज… 

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नई दिल्ली. रेस्ट ऑफ इंडिया ईरानी कप पर कब्जे की तरफ बड़े भरोसे से बढ़ रही थी. उसने 4 विकेट पर 393 रन बना लिए थे. जितना स्कोर बना लिया था, ट्रॉफी पर कब्जे के लिए अब उससे आधे से भी कम रन बनाने थे. लेकिन तभी शम्स मुलानी ने खेल कर दिया. बाएं हाथ के इस स्पिनर ने लगातार 2 ओवरों में 93 और 191 रन बैटिंग कर रहे बैटर्स का शिकार किया और मुंबई को गेम में वापस ला दिया. ईरानी कप में यूं तो अभी डेढ़ दिन का खेल बाकी है, लेकिन अब कोई चमत्कार ही ऋतुराज गायकवाड़ की टीम को ट्रॉफी दिला सकता है.

ईरानी कप एक अक्टूबर से रणजी चैंपियन मुंबई और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच खेल जा रहा है. मुंबई ने सरफराज खान के 222 रन की बदौलत 537 रन का बड़ा स्कोर बनाया. मुंबई ने दूसरे दिन 9 विकेट पर 536 रन बनाने के बावजूद तीसरे दिन बैटिंग की. यह इस बात का सबूत था कि मुंबई की टीम जीत की बजाय ट्रॉफी के लिए खेल रही थी, जिसे पाने के लिए ड्रॉ भी पर्याप्त है, अगर पहली पारी में लीड मिली हो.

ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में उतरी रेस्ट ऑफ इंडिया ने मुंबई को करारा जवाब दिया. ओपनर अभिमन्यु ईश्वरन (191) और ध्रुव जुरेल (93) की बदौलत उसने एक समय 3 विकेट पर 393 रन बना लिए थे. अब उसे पारी में बढ़त के लिए 145 रन की और जरूरत थी. अभिमन्यु ईश्वरन और ध्रुव जुरेल के खेल को देखते हुए यह बहुत मुश्किल नहीं लग रहा था. लेकिन खेल के चौथे दिन रेस्ट ऑफ इंडिया का ‘खेल’ हो गया. इस टीम ने चौथे दिन 4 विकेट पर 289 रन से आगे खेलते हुए अपना स्कोर विकेट पर 393 रन तक पहुंचा दिया.

रेस्ट ऑफ इंडिया की 165 रन की साझेदारी से मुंबई के हौसले थोड़े पस्त होने लगे थे, लेकिन तभी शम्स मुलानी ने ध्रुव जुरेल को विकेटकीपर के हाथों कैच करवा दिया. खतरनाक जोड़ी टूट गई. लेकिन शम्स यहीं नहीं रुके. उन्होंने अगले ही ओवर में अभिमन्यु ईश्वरन को भी आउट कर दिया. इसके बाद तो रेस्ट ऑफ इंडिया के बैटर्स ने जैसे समर्पण की कर दिया. जिस टीम ने एक समय 4 विकेट पर 393 रन बना लिए थे, वह अगले 23 रन जोड़कर ऑलआउट हो गई. रेस्ट ऑफ इंडिया की पारी 416 रन पर सिमटी. इस तरह मुंबई को पहली पारी में 121 रन की बढ़त मिली.

मुंबई की इस बढ़त से ईरानी कप पर उसका कब्जा भी लगभग तय हो गया है. नियमानुसार ट्रॉफी विजेता टीम को मिलती है. लेकिन अगर मैच में जीत-हार का फैसला ना हो तो पहली पारी में बढ़त बनाने वाली टीम को यह कप मिलता है. 121 रन से पिछड़ने के बाद रेस्ट ऑफ इंडिया अब शायद ही यह मैच जीते. अगर वह डेढ़ दिन बचे मैच में मुंबई को ऑलआउट कर लक्ष्य हासिल करती है तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं होगा. कह सकते हैं कि ट्रॉफी के लिए रेस्ट ऑफ इंडिया अब चमत्कार के भरोसे है तो मुंबई को बस सामान्य खेल दिखाना है.

Tags: Cricket news, Ranji Trophy, Sarfaraz Khan



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