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Friday, January 17, 2025

मनोज तिवारी ने सवाल उठाए तो गंभीर के पक्ष में होने लगा शक्ति प्रदर्शन, क्या टीम में सब ठीक नहीं?

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Manoj Tiwary on gautam gambhir: गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद भारत तीन बड़ी सीरीज हार चुका है. पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने इसके लिए गौतम गंभीर को जिम्मेदार ठहराया है.

नई दिल्ली: गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद भारत तीन बड़ी सीरीज हार चुका है. इसी कारण कई पूर्व क्रिकेटर गंभीर की कोचिंग पर सवाल भी उठाने लगे हैं. पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने तो जैसे मोर्चा ही खोल दिया है. उन्होंने गंभीर को पाखंडी और क्रेडिट चुराने वाला व्यक्ति करार दिया है. मनोज तिवारी के अटैक के बाद कई क्रिकेटर गौतम गंभीर के पक्ष में उतर आए. नीतीश राणा और अब हर्षित राणा ने गंभीर के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट किए हैं.

सीरीज हारने या खराब प्रदर्शन के बाद किसी कप्तान या कोच की आलोचना हैरान नहीं करती. यह बेहद सामान्य बात है, जिसका सामना हर कोई करता है. अगर मनोज तिवारी के भारतीय कोच पर निजी हमले को छोड़ दिया जाए तो उन्होंने कुछ बातें वही कही हैं, जो गंभीर भी पहले करते रहे हैं. मनोज तिवारी का कहना है कि गौतम गंभीर को आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर कोच बनाया गया. वे साथ ही जोड़ते हैं कि आईपीएल की जीत टीम की जीत थी, जिसका क्रेडिट गौतम गंभीर ले गए.

मनोज तिवारी की बात कुछ वैसी ही है जो गौतम गंभीर टीम इंडिया के वर्ल्ड कप जीतने के बारे में कहते रहे हैं. गंभीर ने कई बार कहा कि हमने वर्ल्ड कप (2011) एक छक्के की वजह से नहीं जीता. ऐसा कहकर वे सीधा तत्कालीन कप्तान एमएस धोनी पर अटैक करते हैं. गंभीर के पुराने इंटरव्यू देख लीजिए. वे युवराज सिंह से लेकर जहीर खान के प्रदर्शन की तारीफ में कसीदे गढ़ते मिलते हैं, जिसका लब्बोलुआब यह होता है कि वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए एमएस धोनी को जो क्रेडिट मिला, वह सबको मिलना चाहिए था.

कप्तान पर हावी होने के आरोप
गौतम गंभीर के आईपीएल में मेंटोर वाली भूमिका पर भी आलोचक कहते रहे हैं कि वे कप्तान पर हावी होना जानते हैं. केकेआर ने 2024 में आईपीएल जीता तो इसका क्रेडिट कप्तान श्रेयस अय्यर से ज्यादा कोच गंभीर ले उड़े. पहली बार यह देखने को मिला कि किसी टीम ने अपने कप्तान को रीटेन नहीं किया. दूसरी ओर, गंभीर आईपीएल खत्म होते ही भारतीय कोच बना दिए गए. ऐसे में अगर कोई क्रिकेटर गंभीर के बतौर कोच प्रदर्शन पर सवाल उठाता है तो उसे आंख बंद कर गलत नहीं कहा जा सकता. वैसे, मनोज तिवारी पूर्व कप्तान एमएस धोनी पर भी सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने पिछले साल संन्यास लेने के बाद कहा था कि एमएस धोनी की वजह से उनका करियर परवान नहीं चढ़ सका था.

नीतीश और हर्षित राणा कूदे विवाद में
इस पूरे विवाद में एक्टिव क्रिकेटर नीतीश राणा और हर्षित राणा का कूदना समझ से परे है. क्रिकेट या किसी भी खेल में कोच की समीक्षा या आलोचना आम बात है. ऐसे में नीतीश और हर्षित राणा इस विवाद से दूर रह सकते थे. यह कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं है कि अगर किसी ने कोच की आलोचना की है तो उसके पक्ष में पोस्ट कर अपनी प्रतिबद्धता साबित की जाए.

हर्षित राणा ने क्या लिखा
हर्षित राणा ने इंस्टाग्राम स्टोरी शेयर कर गौतम गंभीर का समर्थन किया है. उन्होंने लिखा, ‘व्यक्तिगत असुरक्षा के चलते किसी की आलोचना करना ठीक नहीं है. गौती भैया वह व्यक्ति हैं जो खुद से ज्यादा दूसरों के बारे में सोचते हैं. जब खिलाड़ी खराब फॉर्म से गुजर रहा होता है तो वे उसका हौसला बढ़ाते हैं और जब चीजें पक्ष में होती हैं तो उसे लाइमलाइट में लाते हैं. उन्होंने कई बार ऐसा किया है. उन्हें यह बहुत अच्छे से पता है कि खेल को कब और कैसे अपने पक्ष में मोड़ना है.’

गंभीर, नीतीश और हर्षित तीनों का दिल्ली से नाता
मीडियम पेसर हर्षित राणा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में डेब्यू करते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया था. उनका चयन गंभीर का मास्टरकार्ड माना जाता है. हर्षित दिल्ली के क्रिकेटर हैं और आईपीएल में गंभीर की मेंटोरशिप में केकेआर के लिए खेल चुके हैं. नीतीश राणा भी गंभीर के साथ दिल्ली के लिए खेलते रहे हैं. नीतीश केकेआर में भी लंबे समय तक रहे हैं. फिलहाल वे दिल्ली छोड़ यूपी के साथ हो लिए हैं.



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