चंडीगढ़
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के महासचिव विक्रम सिंह मजीठिया ने आज दावा किया कि 23 मई के बाद पंजाब मंत्रिमंडल के सभी मंत्री बदल दिए जाएंगे। यहां जारी बयान में मजीठिया ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के तानाशाही निर्देश लागू कर दिए गए तो वर्तमान कैबिनेट के 70 फीसदी मंत्रियों की छंटनी हो जाएगी तथा दो-तिहाई पार्टी विधायकों को अगले विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा।
मजीठिया ने कहा कि अमरेंद्र सिंह ने अपने कैबिनेट साथियों को धमकी दी है कि यदि कांग्रेस पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार उनके निर्वाचन क्षेत्रों से हार गए तो उनके पद छीन लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह कैप्टन ने अपनी पार्टी विधायकों को यह कहकर धमकाया है कि यदि लोकसभा चुनावों में वे अपने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेसी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित बनाने में नाकाम रहे तो आगामी विधानसभा चुनावों में उन्हे पार्टी का टिकट मिलने का ख्याल भुला देना चाहिए।
दावा किया कि पूरे राज्य से मिल रही रिपोटर्स के अनुसार कांग्रेसी उम्मीदवार उन लगभग 70 फीसदी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से हार रहे हैं, जिनका प्रतिनिधित्व मंत्री कर रहे हैं। इसी तरह चुनावों के बाद पंजाब कैबिनेट में बड़े फेरबदल की जरूरत पड़ेगी क्योंकि वर्तमान मंत्रियों को अपनी कुर्सी छोडऩी पड़ेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव अमरेंद्र सिंह सरकार के प्रदर्शन पर एक जनमत संग्रह होंगे।