यूपी उपचुनाव में बीजेपी AMU आर्कषण के मुद्दे को जोर शोर से उठाएगी बीजेपी को लग रहा है कि इस मुद्दे से सपा के पीडीए फॉर्मूले की धार कुंद होगी सपा के पीडीए का पिछड़ा-दलित अल्पसंख्यक संस्थान में आरक्षण से वंचित है
लखनऊ. सुप्रीम कोर्ट ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) को लेकर सालों पुराना फैसला पलट दिया है. इसमें कहा गया था कि एएमयू अल्पसंख्यक दर्जा पाने का हकदार नहीं है. वहीं कोर्ट के नए फैसले पर सपा नेता जहां अल्पसंख्यकों की बड़ी जीत का दावा कर रहे हैं, उधर, संस्थान में एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण लागू न होने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ की सभा में एएमयू की नीति पर सवाल उठा दिए. ऐसे में पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए) के हितों को लेकर दम्भ भरने वाली सपा अल्पसंख्यक संस्थान में आरक्षण के मसले पर खुलकर बोलने असहज दिख रही है.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के 7 जजों की संविधान पीठ ने गत शुक्रवार को एएमयू को लेकर 57 साल पुराने फैसले को रद्द कर दिया है. वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यूपी की सियासत गरमा गई. इसमें सपा की पीडीए फ़ॉर्मूले की पोल खोलने के लिए बीजेपी ने रणनीति बनाई है. वह एएमयू में ओबीसी, एससी, एसटी के आरक्षण लागू न होने का मुद्दा जोर शोर से उपचुनाव में उठायेगी. इसकी शुरुआत शनिवार को सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ की खैर सीट पर हुई जनसभा में कर दी है. सीएम योगी ने सभा मे कहा कि देश के संसाधनों से बनने वाला, जनता के टैक्स से चलने वाला एक ऐसा संस्थान जो अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति के लोगों को कोई आरक्षण नहीं देता है, लेकिन मुसलमानों के लिए 50 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था दी जाती है. जबकि भारत का संविधान अनुसूचित जाति-जनजाति और पिछड़ी जाति के लोगों को आरक्षण की सुविधा देता है, लेकिन इस विश्वविद्यालय में इन लोगों को आरक्षण नहीं दिया जा रहा है.
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सपा-कांग्रेस को घेरा
सीएम योगी ने सभा में कहा था कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बीएसपी नहीं चाहती है कि एएमयू में एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण मिले. क्योंकि इन सबको अपने वोट बैंक की चिंता है. ये लोग वोट बैंक के चक्कर में राष्ट्रीय अस्मिता के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. जाहिर है सीएम योगी समेत बीजेपी के अन्य नेता भी सभाओं में यह मुद्दा उठाकर विपक्ष को संविधान और आरक्षण सम्बंधी मसलों पर घेरेंगे. उधर, सपा प्रवक्ता फकरुल हसन ने सीएम योगी के बयान को गुमराह करने वाला बताया.
20 नवम्बर को मतदान
यूपी में 9 सीटों पर उपचुनाव को लेकर प्रचार अभियान जोरों पर है. फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी सीट पर मतदान होना है. इन सीटों पर पहले वोटिंग की तारीख 13 नवंबर को घोषित हुई थी, जिसमें अब बदलाव कर दिया गया है. यह तारीख 20 नवम्बर हो गई है.
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FIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 13:11 IST