अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ. हिंदू-मुस्लिम और गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल लखनऊ शहर हमेशा से ही रहा है लेकिन हाल ही में एक ऐसा शख्स सामने आया है जिसने आज के माहौल में भी इस एकता को जिंदा रखा है. यह शख्स और कोई नहीं बल्कि देश के जाने माने कारीगर अंसार उद्दीन हैं, जोकि इन दिनों अलीगंज स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के खुदाई में निकले ऐतिहासिक गेट को नया रंग रूप दे रहे हैं. खास बात यह है कि इन्होंने सिर्फ अपने मजदूरों का भुगतान करने की मांग मंदिर प्रबंधन से की है जबकि खुद यहां 12-12 घंटे रुक कर अपनी निगरानी में काम करवाने के बावजूद वह एक भी पैसा खुद नहीं ले रहे हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि नवाबों ने लखनऊ की ऐतिहासिक इमारतें जैसे छोटा और बड़ा इमामबाड़ा और रूमी गेट के निर्माण में जिन अनाज के मसालों का इस्तेमाल किया गया था. उसी तरह के मसाले इस ऐतिहासिक गेट को नया रंग रूप भी दिया जा रहा है. बड़ा मंगल कल से शुरू हो रहा है, उससे पहले ही आज शाम सोमवार रात तक ऐतिहासिक गेट का काम भी पूरा हो जाएगा.
मंदिर के लिए छोड़ा दूसरा काम
अंसार उद्दीन ने बताया कि उनके जो मजदूर हैं वो दूसरे निर्माण कार्य में लगे थे लेकिन जब अलीगंज के प्राचीन हनुमान मंदिर के ऐतिहासिक गेट को बड़े मंगल से पहले नया रंग रूप देने के लिए कहा गया तो इन्होंने अपने सभी मजदूरों को दूसरे काम को करने के लिए तुरंत मना कर दिया और सभी को दो मंदिर गेट के निर्माण काम में लगा दिया और आज सोमवार को यह काम पूरा हो जाएगा. जिससे बड़े मंगल पर लोगों को यह ऐतिहासिक गेट देखने के लिए मिलेगा.
इस खास मसाले से तैयार किया गया गेट
लखनऊ शहर की सभी ऐतिहासिक नवाबी इमारतें गोंद, बेल जूस, गन्ने के रस और उड़द की दाल से बनाई गई हैं जो कई सालों से आज तक खड़ी हुई हैं, इसीलिए ऐतिहासिक गेट को नया रंग रूप देने के लिए इन्होंने उड़द की दाल, गोंद, गन्ने का रस और बेल का रस का मिश्रण तैयार किया. इस मसाले से ही गेट को नया रंग रूप दिया जा रहा है.
फ्रांस सरकार भी कर चुकी है सम्मानित
अंसार उद्दीन को लखनऊ के ला मार्टिनियर बॉयज कॉलेज की ऐतिहासिक इमारत को नया रंग रूप देकर खूबसूरत बनाने के लिए फ्रांस सरकार ने भी सम्मानित किया था. इसके अलावा भी इन्हें तमाम अवार्ड मिल चुके हैं. अंसार उद्दीन सिर्फ जर्जर हो चुकी ऐतिहासिक इमारतों को ही नया रंग रूप देने का काम करते हैं.
Tags: Local18, Lucknow news, Uttar Pradesh News Hindi
FIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 15:40 IST