लखनऊ : नवाबी नगरी लखनऊ जहां पर नवाबों द्वारा निर्मित एक से एक खूबसूरत महल मौजूद हैं. इन्हीं में से एक है महल जैसी बनावट वाली अनोखी लाइब्रेरी जो 3000 स्क्वायर मीटर में फैली हुई है, जिसे देखकर हर कोई दंग रह जाता है कि आखिर इसे महल कहें या लाइब्रेरी. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस लाइब्रेरी में 2 लाख से भी ज्यादा किताबें हैं. जबकि प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय में 3 लाख किताबें थी जब इसे बख्तियार खिलजी ने जलाया था.
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस लाइब्रेरी में अरबी, टर्किश, फारसी, हिंदी, संस्कृत और पाली समेत सभी भाषाओं की किताबें मौजूद हैं. जो पूरे यूपी में किसी भी लाइब्रेरी में नहीं मिलती. इसे “उल्टी कोठी” भी कहते हैं. इसे देखने के लिए ना सिर्फ देश भर के कोने-कोने से लोग आते हैं बल्कि विदेशों तक से लोग आते हैं. इस लाइब्रेरी का नाम है अमीरुद्दौला पब्लिक लाइब्रेरी जो लखनऊ के कैसरबाग इलाके में स्थित है.
इस शख्स ने बनवाई थी लाइब्रेरी
लाइब्रेरी का इतिहास जानने के लिए जब देश की जाने-माने इतिहासकार डॉ. रवि भट्ट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस लाइब्रेरी को ब्रिटिश इंडिया एसोसिएशन ने राजा महमूदाबाद अमीरुद्दौला की स्मृति में बनाया था. उन्होंने बताया कि इस लाइब्रेरी की नींव 22 जनवरी 1921 में रखी गई थी. इसकी नींव हरकोर्ट बटलर ने रखी थी और यह है लाइब्रेरी बनकर तैयार हुई थी मार्च 1926 में. क्योंकि कैसरबाग को नवाब वाजिद अली शाह ने बसाया था इसीलिए सभी इमारतें नवाबी काल की हैं.
फिल्मों की भी होती है शूटिंग
इस लाइब्रेरी में अमिताभ बच्चन से लेकर आयुष्मान खुराना समेत कई फ़िल्मी सितारे अपनी फिल्मों की शूटिंग कर चुके हैं. यह इमारत देखने में नवाबी और ब्रिटिश दोनों ही शैली की लगती है और खूबसूरत महल से कम नहीं है, इसीलिए बॉलीवुड सितारे यहां शूटिंग करना पसंद करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 13:26 IST