योगी आदित्यनाथ साल 2017 में यूपी की सत्ता में आए थे.सीएम योगी प्रदेश में कड़े फैसले लेने के लिए चर्चा में रहते हैं.अब योगी सरकार नई रणनीति पर काम करती नजर आ रही है.
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 के बाद उत्तर प्रदेश का सियासी मिजाज कुछ बदला-बदला नजर आ रहा है. साल 2017 से यूपी की सत्ता संभालने वाले योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में शुरुआत से ही कड़े फैसले लिए. चाहे वो माफिया राज हो और या फिर छोटी-छोटी चीजों पर अराजकता फैलाने वाले तत्वों का मसला. सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर किसी पर ना सिर्फ कानूनी कार्रवाई की बल्कि बुलडोजर एक्शन के दम पर ऐसे लोगों के हौसले तक चकनाचूर कर दिए. योगी के ‘बुलडोजर राज’ को बीजेपी के अन्य राज्यों में भी अपनाया गया, लेकिन अब ऐसा लगता है कि योगी सरकार अब इस फॉर्मूले से यू-टर्न लेती नजर आ रही है. हाल के दो फैसलों में इसकी झलक दिखती है.
दरअसल, राजधानी लखनऊ में कुकरेल नदी के सौंदरीकरण को लेकर चल रहे काम के बीच इसके रास्ते में आने वाले कथित अवैध निर्माण को बुलडोजर के माध्यम से हटाए जाने की कार्रवाई चल रही थी. इसे लेकर प्रशासन ने पहले अकबरनगर फेस-1 और फेस-2 में बुल्डोजर चलाया. अब एलडीए खुर्रम नगर, इंद्रप्रस्थ नगर, रहीम नगर, पंतनगर व अन्य क्षेत्रों में मकानों का सर्वे कर उनपर लाल निशान लगाए गए. लाल निशान वाले घरों में रहने वाली महिलाओं ने अब अपने घर के बाहर मकान की रजिस्ट्री व अन्य कागजों की फोटो कॉपी चिपका दी. लोग बुलडोजर एक्शन का भारी विरोध कर हरे थे, इसी बीच कड़े फैसले लेने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ ने फिलहाल यहां बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी है.
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सीएम ने शिक्षकों को भी दी राहत
सीएम के दूसरे फैसले की झलक शिक्षकों से जुड़े मामले में देखने को मिली. दरअसल, स्कूलों में डिजिटल अटेंडेंस से शिक्षक काफी नाराज थे. वो इस मसले पर यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह से मिले थे. मुख्य सचिव ने शिक्षक संघ को डिजिटल अटेंडेंस की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था. अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऑनलाइन डिजिटल अटेंडेंस पर रोक लगा दी है.
कौन दे रहा कड़ी चुनौती?
यूपी में अब 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं. बीते लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के नतीजों ने बीजेपी का सियासी गणित बिगाड़ दिया था. समाजवादी पार्टी को इन चुनावों में बंपर सीटें मिली, जिसका खामियाजा बीजेपी को उठाना पड़ा. बीजेपी और सीएम योगी आदित्यनाथ को ये अच्छे से पता है कि एसपी प्रमुख आखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में उनका खेल बिगाड़ सकते हैं. यही वजह है कि अब बीजेपी भी राज्य में अपनी रणनीति बदलती हुई नजर आ रही है.
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FIRST PUBLISHED : July 16, 2024, 17:18 IST