लखनऊ/अंजलि सिंह राजपूत: NEET UG 2024 में वीडियो बनाकर धांधली का आरोप लगाते हुए अपनी ओएमआर शीट की जांच करने की मांग करने वाली आयुषी पटेल खुद ही बुरी तरह फंसती हुई नजर आ रही हैं. कुछ दिन पहले आयुषी पटेल ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर उनकी ओएमआर शीट के साथ छेड़छाड़ करने के साथ ही फटी ओएमआर शीट भेजने का आरोप लगाया था. इसके बाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. इसी याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आयुषी पटेल के दस्तावेज फर्जी पाते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी है.
इसके साथ ही हाईकोर्ट ने NTA को इस पूरे मामले में कार्रवाई करने की भी छूट दे दी है. न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान की एकल पीठ ने यह आदेश स्थानीय अभ्यर्थी आयुषी पटेल की याचिका पर दिया है. इस पूरे मामले पर मंगलवार को सुनवाई करते समय NTA के अधिवक्ता ने पहले के आदेश पर आयुषी पटेल का रिकॉर्ड पेश किया, तो पता चला कि याचिका के साथ दाखिल दस्तावेज फर्जी थे. आवेदन का जो रजिस्ट्रेशन नंबर आयुषी पटेल अपना होने का दावा कर रही थी वह गलत था. इस पर आयुषी पटेल के अधिवक्ता ने हाईकोर्ट से याचिका पर जोर न देने की अनुमति मांगी. इसके बाद कोर्ट ने कहा याचिका फर्जी दस्तावेज लगाकर दाखिल की गई है. लिहाजा मामले में कानूनी कार्रवाई करने से प्राधिकारियों को रोक नहीं जा सकता. इस टिप्पणी के साथ कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी.
यह है पूरा मामला
बता दें कि लखनऊ के बुद्धेश्वर स्थित पिंक सिटी में रहने वाली आयुषी पटेल ने एक वीडियो बनाकर यह आरोप लगाया था कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने उनकी ओएमआर शीट फटी हुई भेजी है. उनका एप्लीकेशन नंबर बदला गया है. उनके साथ धोखाधड़ी हुई है और लगातार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर वह धांधली करने के आरोप लगा रही थी. यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ, तो मामले ने तूल पकड़ा. इसके बाद आयुषी पटेल की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई, जिस पर मंगलवार को सुनवाई हुई. इस दौरान आयुषी पटेल के सभी दस्तावेज फर्जी पाते हुए उनके ऊपर ही कार्रवाई करने की छूट हाईकोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को दे दी है.
FIRST PUBLISHED : June 19, 2024, 12:19 IST