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Monday, July 8, 2024

मांड्या लोकसभा सीट पर मुकाबला जोरदार, आखिर JDS किसे बनाएगी उम्मीदवार? – India TV Hindi

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मांड्या लोकसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक है। ऐसे में सभी सियासी पार्टियां अपनी बिसात बिछाने में जुटी हैं। दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक में बीजेपी ने जेडीएस के साथ गठबंधन किया है। सीट शेयरिंग के बाद मांड्या सीट जेडीएस के कोटे में चली गई है। माना जा रहा है कि इस लोकसभा सीट से जेडीएस अभिनेत्री राम्या को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। ऐसे में मांड्या की निवर्तमान सांसद सुमालता अंबरीश की टेंशन बढ़ गई है।

पिछले चुनाव के नतीजे?

2019 के लोकसभा चुनाव में मांड्या संसदीय क्षेत्र से सुमालता अंबरीश निर्दलीय चुनाव लड़ी थीं। उन्होंने एचडी कुमारस्वामी के बेट निखिल कुमारस्वामी को करारी शिकस्त दी थी। बाद उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी। हालांकि, अब सुमालता अंबरीश के हाथ से सीट जाती दिख रही है, इसलिए उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की। इसके अलावा वह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीएल संतोष से भी मुलाकात कर चुकी हैं। वह लगातार बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मिल रही हैं, ताकि मांड्या सीट से उन्हें बीजेपी प्रत्याशी बनाया जाए। 2014 के लोकसभा चुनाव में मांड्य सीट से जेडीएस के सी. एस. पुट्टाराजू ने चुनाव जीता था, लेकिन उन्होंने विधासभा चुनाव जीतने के बाद 2018 में यह सीट छोड़ दी थी।  

मांड्या की विधानसभा सीटें

मांड्या पहले मैसूर जिले का हिस्सा था। मांड्या जिले में कुल आठ विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें मालवल्ली, मद्दुर, मेलकोट, मंड्या, श्रीरंगपट्टन, नागमंगला, कृष्णराजपेट और कृष्णराजनगर शामिल है। 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी मांड्या की सभी सटों पर हार गई थी।

वोक्कालिगा समुदाय का केंद्र

मांड्या को प्रभावशाली वोक्कालिगा समुदाय का केंद्र माना जाता है और जेडीएस को इस क्षेत्र से अपनी मूल ताकत मिलती है। हालांकि, सुमालता अंबरीश अपने ही मैदान पर जेडीएस को हराकर विजयी होने में सफल रही थीं। वोक्कालिगा समुदाय को उनके पति, दिवंगत कन्नड़ सुपरस्टार अंबरीश के प्रति विशेष स्नेह है।

2019 में किसे कितनी मिली सीटें?

बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है। सभी सियासी पार्टियां चुनावी प्रचार-प्रसार में जुटी हैं। अप्रैल-मई महीने में लोकसभा चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है। पिछली बार 2019 में भी अप्रैल-मई में ही चुनाव हुए थे। तब बीजेपी के खाते में 303 सीटें और NDA को 353 सीटें मिली थीं। इस तरह नरेंद्र मोदी दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष को कुल 91 सीटें मिली थीं, जिनमें कांग्रेस के खाते में 52 सीटें आई थीं। 

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