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Sunday, January 5, 2025

भाभी ने डायल 112 पर किया फोन, भागे-भागे पहुंची पुलिस, बोली- देखिए ना सर ये खा नहीं रहा

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कानपुरः लोगों की सुरक्षा को और चौकस करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पुलिसिंग लगातार बढ़ायी जा रही है. इसी कड़ी में इमरजेंसी सेवा में 24 घंटे तैनात रहने वाली डायल 112 को अजीबोगरीब शिकायतें मिलती रहती हैं. इसमें कानपुर सबसे आगे है. क्योंकि डायल 112 पर फोन करके कोई बेटे की शिकायत करता है कि वो खाना नहीं खा रहा है. कोई लाइट कट जाने पर डायल 112 को फोन कर देता है. डायल 112 लोग अजीबोगरीब शिकायत करने लगे हैं. यही वजह है कि फेक कॉल में कानपुर शहर नंबर वन आया है.

वैसे तो डायल 112 नागरिकों की सुरक्षा के लिए है लेकिन अब इसका इस्तेमाल घरेलू मसलों को सुलझाने के लिए भी किया जा रहा है. कानपुर में सबसे ज्यादा फेक कॉल की गई हैं. पिछले एक साल में पूरे प्रदेश में 5112 फेक कॉल मिलीं, जिसमें से 1967 कॉल अकेले कानपुर की थीं. यहां पर इस तरह की कॉल आने लगी है कि हमारी बच्ची बात नहीं मान रही. किसी आपात स्थिति में नागरिकों द्वारा मदद मांगने पर पुलिस रिस्पांस व्हीकल के सदस्य 15 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचने की कोशिश करते हैं. शहर में इस साल लोगों ने सबसे ज्यादा फर्जी कॉल कर एक नई चुनौती खड़ी कर दी.

हालांकि पुलिस के अधिकारी इस मामले पर बेहद गंभीर नजर आ रहे हैं उनका कहना है कि अब इस तरह की कॉल करने वालों को छोड़ नहीं जाएगा. लगातार फर्जी शिकायत आना ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों के लिए भी आफत बन गया है. बच्चे के खाना न खाने की शिकायत, पीआरवी के एक कर्मी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि कभी- कभी लोग ऐसी स्थिति पैदा कर देते हैं कि जो गुस्से और हंसी दोनों का कारण बनती हैं.

एक बार के प्रकरण की चर्चा करते हुए बताया कि एक गांव से कॉल आई, हम लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. वहां एक महिला ने बताया कि उसका बच्चा खाना नहीं खा रहा है. इसलिए उसने 112 पर कॉल की है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कभी- कभी अपराधी फेक कॉल का सहारा लेते है. ये हमारी टीम को भ्रमित कर उस स्थल पर अपराध को अंजाम देने की कोशिश करते हैं. कई बार फेक कॉल के मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है लेकिन कार्रवाई नहीं हो सकी. इस तरह के प्रकरणों में सात साल से कम की सजा होने से कार्रवाई करने पर अपराधियों को पकड़ना मुश्किल हो जाता है. इस तरह की फेक कॉल डायल 112 के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर रही है. 112 पर आ रही कॉल्स की मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारी भी हैरान और परेशान हैं.

FIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 12:42 IST



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